झालावाड़ अस्पताल में न्यूरोसर्जरी विभाग ने किया जटिल ऑपरेशन
झालावाड़, 21 जुलाई (हि.स.)। मेडिकल कॉलेज झालावाड़ के न्यूरोसर्जरी विभाग में एंडोस्कोपी से जुड़े ऑपरेशन करके आंख की रोशनी लौटाई, मरीज को करीब एक माह से बीमारी के कारण दिखना बंद हो गया था।
न्यूरोसर्गरी विभागाध्यक्ष डॉ. रामसेवक योगी ने बताया कि झालरापाटन के नजदीक लक्ष्मीपुरा गांव निवासी धापूबाई (36) करीब 6 महीने से सिर दर्द और दाईं आंख से कम दिखने की तकलीफ से परेशान थी और लगभग एक महीने से दिखाई देना बिल्कुल बंद हो गया था। झालावाड़ मेडिकल कॉलेज के न्यूरोसर्जरी विभाग के डॉक्टरों ने बीमारी का पता लगाने के लिए एमआरआई कराई इस पर पता चला कि सर में गांठ है पिट्यूटरी ग्रंथि की गांठ जोकी आंख की रोशनी वाली नस ऑप्टिक नर्व पर दबाव बनाए हुए थी, परिजनों की सहमति के बाद मरीज का ऑपरेशन नाक के रास्ते से एंडोस्कोपी से किया। ऑपरेशन अधिक जटिल होने के कारण करीब 5 घंटे तक टीम ने ऑपरेशन किया। यह ऑपरेशन मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना के तहत निशुल्क हुआ है। विभाग के डॉ. आशीष निश्चेतना विभाग के डॉ. नंदा डॉ. सुधीर शर्मा, डॉ.रक्षा कुमारी का सहयोग रहा। गांठ निकाल कर बायोप्सी जांच के लिए भिजवाई, इस ऑपरेशन के बाद मरीज को आज से ही आंखों से दिखने लगा है। डॉ. रामसेवक योगी ने बताया कि अब झालावाड़ मेडिकल कॉलेज में न्यूरोसर्गरी से संबंधित ऑपरेशन एंडोस्कोपी से होने लगे है, पहले इस ब्रेन ट्यूमर के लिए मरीजों को जयपुर या कोटा रैफर करना पड़ रहा था।
हिन्दुस्थान समाचार / बलदाहादुर सिंह हाड़ा / ईश्वर
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