घरों में हुई गणगौर की पूजा, अलवर में शाम को महल चौक से निकलेगी शाही सवारी
अलवर,11अप्रैल(हि.स.)। जिले भर में महिलाओं और युवतियों की ओर से गुरुवार को गणगौर मनाई गई। गणगौर के रूप में ईशर और गोरा के रूप में पार्वती की पूजा की गई। घरों में मिट्टी की गणगौर बनाकर पूजा अर्चना की गई। गणगौर से एक दिन पहले बुधवार को सिंजारा मनाया गया। शाम बिंदौरा निकाला गया। त्यौहार के कारण बाजार में भीड़ भाड़ रही। महिलाओं और युवतियों ने मेहंदी रचाई। बाजार में रेडीमेड गणगौर भी खूब बिकी। मिठाई की दुकान पर गुणा और घेवर खरीदने वालों की भीड़ रही तो घरों में भी लोगों ने मट्ठी, गुना सहित अन्य पकवान बनाए।
मान्यता है कि महिलाएं पति की लंबी आयु और लड़कियां मनचाहा वर पाने के लिए गणगौर की पूजा करती है। शाम को गणगौर को पानी पिलाने के बाद तालाब, कुएं या नदियों में विसर्जित किया जाएगा। इस दौरान महिलाएं गीत गाते हुए समूह में विसर्जन के लिए जाएंगी। इसी के साथ गणगौर की पूजा संपन्न हो जाएगी।
गणगौर की निकलेगी सवारी
पूर्व राज परिवार के निजी सचिव नरेंद्र सिंह राठौड़ ने बताया कि शाम 5:30 बजे आज जनानी डयोडी से गणगौर की शाही सवारी निकाली जाएगी। गणगौर के प्रतिमा पालकी में विराजमान करने के बाद गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाएगा। फिर गणगौर की बैंड बाजे के साथ सवारी महल चौक, मनसा माता, सागर ऊपर होते हुए वापस जननी डोडी पहुंचकर संपन्न होगी। सवारी को देखने के लिए शहरवासियों की भीड़ रहेगी। बड़ी संख्या में महिलाएं युवतियां सवारी देखने के लिए आती है।
हिन्दुस्थान समाचार/ मनीष बावलिया /ईश्वर
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