आदिवासी साहित्य, समाज और संस्कृति पर अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी कल

WhatsApp Channel Join Now
आदिवासी साहित्य, समाज और संस्कृति पर अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी कल


जोधपुर, 17 दिसम्बर (हि.स.)। जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय के आदिवासी अध्ययन केंद्र एवं हिंदी विभाग के संयुक्त तत्वावधान में 18 दिसंबर को आदिवासी साहित्य, समाज और संस्कृति विषय पर एक अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया जा रहा है जो पीएम उषा द्वारा प्रायोजित है।

संगोष्ठी के आयोजन सचिव डॉ. कुलदीप सिंह मीना ने बताया कि उद्घाटन सत्र 18 दिसंबर को सुबह 11.30 बजे कला, शिक्षा एवं समाज विज्ञान संकाय के स्वर्ण जयंती सभागार में होगा। समारोह की मुख्य अतिथि राष्ट्रपति की सलाहकार प्रोफेसर विजयलक्ष्मी मोहंती होंगी तथा अध्यक्षता जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रोफेसर पवन कुमार शर्मा करेंगे।

हिंदी विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर किशोरीलाल रैगर बताया कि समारोह के मुख्य वक्ता वरिष्ठ साहित्यकार रणेन्द्र होंगे, उनका ग्लोबल गांव के देवता तथा गायब होता देश चर्चित रचनाएं रही हैं तथा विशिष्ट अतिथि हैदराबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय, हैदराबाद के प्रोफेसर भगवान गव्हाडे तथा शिक्षा एवं समाज विज्ञान संकाय के अधिष्ठाता प्रोफेसर अवतार लाल मीणा होंगे।

कार्यक्रम के सह आयोजन सचिव डॉ. प्रवीण चंद ने बताया कि त्रिदिवसीय इस अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी में भारत एवं भारत के बाहर के विद्वान ऑनलाइन एवं ऑफलाइन मोड पर जुड़ेंगे। संगोष्ठी में यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्सास, ऑस्टिन से डॉ. दलपत सिंह राजपुरोहित, मोरीसस से डॉ. श्वेता शर्मा, प्रो. मनरूप सिंह मीना दिल्ली, प्रो. अरूण बाघेला अहमदाबाद , प्रो. जनक सिंह मीना बड़ौदा , डॉ. प्रेमलता देवी बड़ौदा, डॉ. स्वाति देसाई सूरत, डॉ. आनन्द वसावा अहमदाबाद, डॉ. राजवंती दिल्ली, डॉ. सुरेन्द्र कुमार गुजरात, डॉ. रेखा खराड़ी डूंगरपुर, डॉ. उर्वशी गहलोत बनारस, डॉ. राजकुमार मीना बनारस आदि तथा देश के विभिन्न विश्वविद्यालयों के शोधार्थी व शिक्षक इसमें भाग लेंगे तथा आदिवासी साहित्य, संस्कृति व समाज पर चर्चा करेंगे।

हिन्दुस्थान समाचार / सतीश

Share this story