अधिकार से बाहर काम: जेडीए में विधि सहायक कर रहे पत्रावलियों पर टिप्पणी

अधिकार से बाहर काम: जेडीए में विधि सहायक कर रहे पत्रावलियों पर टिप्पणी
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अधिकार से बाहर काम: जेडीए में विधि सहायक कर रहे पत्रावलियों पर टिप्पणी


जयपुर, 25 फ़रवरी (हि.स.)। जेडीए में लगे संविदा कर्मी अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर जाकर काम रह रहे हैं। इसके चलते जेडीए प्रशासन को नुकसान हो रहा है, लेकिन जेडीए अधिकारी अपने फायदे के चलते इसकी अनदेखी कर रहे हैं।

जेडीए में डीसी जोन में तैनात विधि सहायक अपने अधिकार से बाहर जाकर यहां पर आने वाली पत्रावलियों पर विधिक टिप्पणी कर रहे हैं, जबकि इनका काम जोन उपायुक्त को कोर्ट में चलने वाली फाइलों का जवाब सहित अन्य कानूनी कामों की जानकारी देना होता है। जेडीए में वर्तमान में संविदा पर कम्प्यूटर ऑपरेटर, विधि सहायक, सिक्योरिटी गार्ड, अरबन प्लानर और वास्तुकार काम कर रहे है। नियम विरूद्ध काम करने पर पूर्व में अरबन प्लानर और वास्तुकार को हटाने के आदेश हो चुके है। आदेश के बाद कुछ को हटा दिया गया, लेकिन अभी भी कई अरबन प्लानर और वास्तुकार काम कर रहे हैं।

प्राप्त जानकारी के अनुसार जेडीए में सभी जोनों में डीसी की मदद के लिए विधि सहायक लगाए गए है। विधि सहायक कम्पनी के माध्यम से जेडीए में लगाए गए है। जेडीए में संविदा पर प्रत्येक जोन मे एक विधि सहायक लगा हुआ है इनका दायित्व है कि जोन मे विचाराधीन विधिक प्रकरण मे जोन उपायुक्त क़ी सहायता करना तथा जेडीए के न्यायिक अधिवक्ता से यथा समय प्रकरण विधिक करवाई सम्पादित करवाना है परन्तु विधि सहायको द्वारा जोन और अनुभाग की पत्रावाली पर टिप्पणी लिखी जाती है जो पूर्णतया अनुचित है। इसके अतिरिक्त जोन मे विचाराधीन प्रकरणों के जबाब भी सक्षम अधिकारी से अनुमोदित करवाए बिना न्यायलय मे प्रस्तुत किए जा रहे हैं जिसके परिणाम स्वरुप अधिकांश प्रकरणों मे निर्णय प्राधिकरण के विरुद्ध आता हैं। इसके लिए जोन प्रभारी एवं विधि सहायक दोनों की लापरवाही कई बार सामने आ चुकी है, लेकिन इन पर कोई कार्रवाई नहीं की जाती है। अनेक प्रकरणों में न्यायालय में आपत्ति अथवा जबाब समय पर नहीं देने से प्रकरणों में स्थगन आदेश पारित हो जाते, इससे विभाग को अपुरणीय नुकसान होता हैं। जेडीए प्रशासन को इस ओर ध्यान देने की जरुरत है। विधि साहयकों से अनुभाग की पत्रावाली पर टिप्पणी नहीं लेकर विधिक प्रकरणों में जबाब सक्षम अधिकारी से अनुमोदित करवाकर ही न्यायालय में प्रस्तुत किए जाए ताकि केसों का समय पर निस्तारण हो और जेडीए के साथ आमजन को भी इससे राहत मिल सके। गौरतलब है कि जोन के अधिकांश प्रकरणों में शत-प्रतिशत विधिक कार्रवाई विधि सहायकों द्वारा की जाती है जो विचारणीय है।

जेडीसी मंजू राजपाल का कहना है कि संविदा में लगे कई कर्मचारियों को हटा दिया गया है। आगे भी जिनकी शिकायत आएगी उन्हें हटाया जाएगा।

हिन्दुस्थान समाचार/ राजेश मीणा/ईश्वर

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