अच्छी शिक्षा से युवा बनें आत्मनिर्भर और बेहतर जीवन जीने का मार्ग करें प्रशस्त : मुख्यमंत्री
जयपुर, 7 जुलाई (हि.स.)। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि शिक्षा व्यक्ति और समाज के विकास का मुख्य आधार है। शिक्षा से ज्ञान प्राप्त कर कौशल का विकास होता है, जिससे समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की क्षमता विकसित होती है। उन्होंने कहा कि शिक्षा हमें आत्मनिर्भर बनाती है और बेहतर जीवन जीने का मार्ग प्रशस्त करती है। युवा वर्ग भारत का भविष्य है, अच्छी शिक्षा हासिल कर वह राष्ट्र निर्माण में अपना महत्वपूर्ण योगदान निभाएं।
शर्मा ने रविवार को जयपुर में संतजनों की उपस्थिति में राजपुरोहित ग्लोबल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (राजपुरोहित छात्रावास) का फीता काटकर उद्घाटन किया एवं छात्रावास परिसर का अवलोकन भी किया। इस अवसर पर आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि राजपुरोहित समाज शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। इस छात्रावास का निर्माण शिक्षा के क्षेत्र में समर्पण और सामाजिक सरोकार की सच्ची मिसाल है। यह छात्रावास युवाओं को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त करने के लिए मजबूत आधार प्रदान करेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि छात्रावास में विभिन्न क्षेत्रों के विद्यार्थी साथ रहते हैं, जिससे बेहतर संवाद स्थापित होता है और उनका आत्मविश्वास बढ़ता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछली सरकार ने हमारी युवा शक्ति को निराशा की गर्त में धकेल दिया था। पेपर लीक की घटनाओं से कड़ी मेहनत करने वाले ईमानदार विद्यार्थियों का मनोबल टूट गया था। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार बनते ही पेपर लीक के मामलों की जांच के लिए एसआईटी गठित की गई। भर्ती परीक्षाओं में पेपर लीक व अन्य अनियमितताओं के संबंध में एसआईटी ने ठोस कार्रवाई करते हुए 108 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं के सपनों को तोड़ने वालों को छोड़ेंगे नहीं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि युवा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की प्राथमिकता में शामिल हैं। उन्होंने युवा शक्ति को राष्ट्रशक्ति के रूप में पहचान कर उनके लिए अनेक कदम उठाए हैं। प्रधानमंत्री शिक्षा प्रणाली को रोजगारोन्मुख बनाने, युवाओं को 21वीं सदी की चुनौतियों का सामना करने लायक बनाने और उन्हें वैश्विक नागरिक के रूप में तैयार करने के लिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 लेकर आए हैं। शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में 2014 के बाद देश में उच्च शिक्षा संस्थानों में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार ने शिक्षा के बुनियादी ढांचे को मजबूत बनाने, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने और छात्रवृत्ति जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। प्रदेश के प्रत्येक संभाग में राजस्थान इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी और राजस्थान इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस स्थापित किए जा रहे हैं। तकनीक से जुड़े नए विचारों को प्रोत्साहित करने के लिए अटल इनोवेशन स्टूडियो एंड एक्सीलरेटर्स शुरू कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार राजस्थान में खेल आधुनिकीकरण मिशन शुरू कर रही है, जिससे प्रदेश की खेल प्रतिभाएं ओलम्पिक तक पहुंच सकें।
शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा युवा शक्ति की राज्य के विकास में सहभागिता बढ़ाने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। प्रदेश के युवाओं को रोजगार देने के लिए इस वर्ष लगभग 70 हजार पदों पर भर्तियां की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि युवाओं को निजी क्षेत्र में करिअर निर्माण में मार्गदर्शन देने के लिए प्रदेश के समस्त संभाग मुख्यालयों पर युवा साथी केंद्र स्थापित किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वामी विवेकानन्द ने कहा था कि 21वीं सदी भारत की होगी। उन्हें पूर्ण विश्वास है कि इस लक्ष्य को युवा अपने आत्मबल, समर्पण और शक्ति से हासिल करेंगे। उन्होंने कहा कि समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए नागरिक कर्तव्यों का पालन करें एवं केन्द्र तथा राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को आमजन तक पहुंचाएं।
शर्मा ने आमजन से अपील करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा प्रारम्भ किए गए ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत प्रकृति के प्रति जिम्मेदारी का निर्वहन करते हुए एक पेड़ अवश्य लगाएं। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने भी कल्पवृक्ष का पौधा रोपण किया। इस अवसर पर वन एवं पर्यावरण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संजय शर्मा, जयपुर सांसद मंजू शर्मा, विधायक गोपाल शर्मा, छगन सिंह राजपुरोहित, प्रशांत शर्मा तथा संत तुलसाराम महाराज, निर्मलदासजी महाराज, आत्मानंद सरस्वती महाराज सहित युवा शक्ति एवं बड़ी संख्या में आमजन उपस्थित रहे।
हिन्दुस्थान समाचार/रोहित/ईश्वर
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