संतों-महंतों के सान्निध्य में हुआ योगेश्वर की रसमयी गाथा श्रीकृष्णम का आयोजन
जयपुर, 7 जुलाई (हि.स.)। मेहंदीपुर बालाजी मंदिर के महंत नरेश पुरी महाराज के सान्निध्य एवं आचार्य राजेश्वर के नेतृत्व में संयुक्त भारतीय धर्म संसद की ओर से चलाए जा रहे श्री कृष्ण जन्मभूमि मुक्ति आंदोलन के तहत रविवार को शाम पांच से रात्रि आठ बजे तक प्रसिद्ध भक्त कवि डॉ कैलाश परवाल रचित महाकाव्य पर आधारित विशेष संगीतमय कार्यक्रम योगेश्वर की रसमयी गाथा श्रीकृष्णम का आयोजन विद्याश्रम स्कूल के महाराणा प्रताप सभागार में किया गया। संतों-महंतों के सान्निध्य में देश के गणमान्य लोग उपस्थित रहें।
प्रसिद्ध कथा वक्ता एवं संयुक्त भारतीय धर्म संसद के राष्ट्रीय अध्यक्ष आचार्य राजेश्वर श्रीकृष्ण की मनोहर लीलाओं के सुंदर चित्रण के साथ ही कृष्ण जन्मभूमि विवाद से संबंधित महत्त्वपूर्ण तथ्यों को भी अपनी प्रस्तुति के माध्यम से आम जन के सम्मुख किया।
संगठन के राष्ट्रीय कार्यवाहक अध्यक्ष गोकुल माहेश्वरी ने बताया कि श्री कृष्णम महाकाव्य में परवाल ने संपूर्ण कृष्ण चरित्र को दोहे, चौपाइयों और भजनों के माध्यम से बहुत ही सुंदर ढंग से संजोया। भगवान श्री कृष्ण के चरित्र की संगीतमय प्रस्तुति के साथ ही डॉ कैलाश परवाल को धर्म संसद द्वारा ग्रंथकार सम्मान - 2024 से सम्मानित भी किया गया। राजस्थान पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी आलोक गौतम द्वारा श्री कृष्ण जन्मभूमि पर लिखे गए भजन कृष्ण तुम्हारी जन्मभूमि पर आखिर हम कब आएंगे का भी लोकार्पण किया गया।
हिन्दुस्थान समाचार/ दिनेश सैनी/ईश्वर
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