महिला ने सामान्य डिलीवरी से एक साथ चार बच्चों को जन्म दिया
जयपुर, 5 अगस्त (हि.स.)। महिला चिकित्सालय में डॉक्टरों ने एक दिन में दो महत्वपूर्ण कीर्तिमान स्थापित किए। पहला कीर्तिमान दौसा निवासी गर्भवती महिला की सामान्य डिलीवरी करवा एक सात चार स्वस्थ बच्चों को जन्म दिया, दाे लड़के और दाे लड़कियां। यह घटना असाधारण है क्योंकि सामान्य डिलीवरी द्वारा चार बच्चों का जन्म एक दुर्लभ और चुनौतीपूर्ण प्रक्रिया है। बच्चों के जन्म के बाद उन्हें सांस लेने में थोड़ी तकलीफ हुई, जिसके चलते उन्हें नर्सरी में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है।
दूसरा कीर्तिमान टोंक निवासी पहले से ही गंभीर चिकित्सा समस्याओं से जूझ रही गर्भवती महिला के जटिल पांचवें सी-सेक्शन ऑपरेशन कर गांठ से बचाकर एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया है, इससे पहले महिला को गंभीर प्रीक्लेम्प्सिया और चार पहले के सी-सेक्शन, आरएच निगेटिव गर्भावस्था, विशाल यूटेराइन फाइब्रॉयड, एनीमिया और पेट में दर्द की स्थिति में महिला को टोंक से रेफर किया गया था। डॉक्टरों ने अत्यधिक सावधानी और विशेषज्ञता के साथ इस जटिल ऑपरेशन को सफलतापूर्वक संपन्न किया, जिसके परिणामस्वरूप महिला ने एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया। ऑपरेशन के दौरान महिला की मायोमेक्टोमी भी की गई, जो कि एक चुनौतीपूर्ण और जटिल प्रक्रिया है। ऑपरेशन के बाद डॉक्टरों ने बताया कि इस प्रकार के मामलों में विशेष सावधानी और धैर्य की आवश्यकता होती है, लेकिन सफल ऑपरेशन के बाद मां और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं।
बच्चों में सांस लेने में तकलीफ, नर्सरी में भर्ती
महिला चिकित्सालय अधीक्षक डॉक्टर आशा वर्मा ने बताया कि दौसा की रहने वाली संतोष प्रजापति (21) को 4 अगस्त को हॉस्पिटल की यूनिट-6 में भर्ती किया गया था। सोमवार को सुबह करीब 8 बजे महिला को डिलीवरी के लिए उसे ऑटी में लेकर गए, जहां नॉर्मल डिलीवरी के जरिए महिला ने 4 बच्चों को जन्म दिया। बच्चों का वजन कम होने के कारण उन्हें विशेष निगरानी में रखा गया है। इसमें 2 बच्चे तो एक-एक किलोग्राम वजन के हैं, जबकि एक बच्चा 700 ग्राम और एक 930 ग्राम का है। डॉक्टर ने बताया- महिला अभी स्वस्थ्य है, लेकिन बच्चों को सांस लेने में थोड़ी तकलीफ है। उन्होंने बताया- महिला को गर्भवती के दौरान एनीमिया की भी शिकायत थी। इसका इलाज इसी अस्पताल में चल रहा है।
एनआईसीयू के इंचार्ज और शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर विष्णु अग्रवाल ने बताया कि चारों बच्चे अभी एनआईसीयू यूनिट में भर्ती है और उनको ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा है। क्योंकि डिलीवरी समय से पहले हुई है, इस कारण बच्चे अभी बहुत छोटे हैं। उनका वजन भी कम है।
नॉर्मल बच्चों का वजन 2.5 किलो से ज्यादा होता है
डॉक्टर अग्रवाल ने बताया- नॉर्मल जो बच्चे जब पैदा होते है तो उनका वजन ढाई किलोग्राम या उससे ज्यादा होता है। इन बच्चों में वजन बहुत कम है। इसलिए कॉम्प्लीकेशन ज्यादा रहता है। बच्चों के फेंफड़ों में थोड़ी दिक्कत है, इसलिए उनको सांस लेने में तकलीफ आ रही है। डॉक्टर ने बताया कि बच्चों को अच्छे से अच्छा ट्रीटमेंट दिया जा रहा है, ताकि वे जल्दी नॉर्मल हो सके।
हिन्दुस्थान समाचार / दिनेश / ईश्वर
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