शुक्र ग्रह करेंगे वृश्चिक राशि में गोचर, 25 दिसंबर से पडेगा देश-दुनिया पर असर: ज्योतिषाचार्य पंडित बनवारी लाल शर्मा
जयपुर, 21 दिसंबर (हि.स.)। शुक्र ग्रह धनु राशि की यात्रा को विराम देते हुए 25 दिसंबर को वृश्चिक राशि में प्रवेश करेंगे। जब- जब शुक्र का गोचर होता है तो इसका प्रभाव सभी 12 राशियों के जातकों के साथ- साथ देश- दुनिया पर पड़ता है। वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शुक्र ग्रह को भौतिक सुख, प्रेम, सौंदर्य, भोगविलास और ऐशोआराम का कारक ग्रह माना गया है।
ज्योतिषाचार्य पंडित बनवारी लाल शर्मा ने बताया कि शुक्र ग्रह का बहुत ही खास माना गया है। वृषभ और तुला राशि के स्वामी शुक्र कन्या राशि में नीच के और मीन राशि में उच्च के माने जाते हैं। शुक्र ग्रह को सुंदरता, आकर्षण, रोमांस, प्रेम आदि का प्रतीक ग्रह माना जाता है। इस ग्रह के शुभ प्रभाव से सुख-सुविधा, विलासिता और संपन्नता आदि में वृद्धि देखने को मिलता है। शुक्र एक राशि में लगभग 30 से 36 दिनों तक रहते हैं फिर इसके बाद दूसरी राशि में परिवर्तन करते हैं
शर्मा ने बताया कि इन राशियों को होगा लाभ
वृषभ राशि: इस दौरान नौकरी और व्यापार करने वाले जातकों को अच्छा परिणाम मिलने के संकेत हैं। कुंडली का सातवां भाव साझेदारी का होता है। ऐसे में जो लोग किसी पार्टनरशिप की तलाश में है उनकी यह खोज पूरी होगी। वहीं जिन जातकों को लंबे समय से वैवाहिक जीवन में समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था उन्हें राहत मिल सकती है। दांपत्य रिश्ते के लिहाज से समय अच्छा रहेगा। सुख.सुविधा में वृद्धि देखने को मिलेगी।
कर्क राशि: शुक्र ग्रह आपकी राशि से पांचवें भाव में प्रवेश करने जा रहे हैं। ऐसे में वृश्चिक राशि में शुक्र का गोचर कर्क राशि के जातकों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। कर्क राशि के जातकों के लिए शुक्र आपकी कुंडली के चौथे और ग्यारहवें भाव से स्वामी हैं।
सिंह राशि: 25 दिसंबर को शुक्र का वृश्चिक राशि में गोचर करने से यह आपके चौथे भाव में गोचर करेंगे। इस दौरान आपके रुके हुए समस्त कार्य जल्द से जल्द पूरे होंगे। धन लाभ के अवसरों में वृद्धि देखने को मिलेगी। नौकरी करने वाले जातकों को नई नौकरी के अच्छे प्रस्ताव मिल सकते हैं। आपके लिए लग्जरी चीजों की खरीदारी करने के लिए समय उत्तम रहने वाला है।
तुला राशि : तुला राशि के जातकों के लिए वृश्चिक राशि में शुक्र का गोचर कुंडली के दूसरे भाव में गोचर करने जा रहे हैं। वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुंडली का दूसरा भाव आय, परिवार और वाणी को दर्शाता है। इसके अलावा तुला राशि के जातकों के लिए कुंडली में शुक्र पहले और आठवें भाव के स्वामी हैं। शुक्र गोचर से परिवार के सदस्यों के बीच में तालमेल अच्छा रहेगा।
मकर राशि : मकर राशि के जातकों के लिए शुक्र का गोचर आपके 11वें भाव में गोचर करने जा रहे हैं। मकर राशि वालों के लिए शुक्र पांचवें और दसवें भाव के स्वामी होते हैं। शुक्र का वृश्चिक राशि में गोचर करने से मकर राशि वालों के लिए शुभ और योगकारक होगा। आपको मेहनत का अच्छा फल मिलेगा। करियर में आपको अच्छी ग्रोथ देखने को मिलेगी। सभी तरह की इच्छाएं पूरी होंगी।
हिन्दुस्थान समाचार/ दिनेश सैनी/ईश्वर
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