सामाजिक उद्यमिता,आत्मनिरीक्षण व भविष्य की रणनीति पर दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सेमिनार प्रारंभ

सामाजिक उद्यमिता,आत्मनिरीक्षण व भविष्य की रणनीति पर दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सेमिनार प्रारंभ
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सामाजिक उद्यमिता,आत्मनिरीक्षण व भविष्य की रणनीति पर दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सेमिनार प्रारंभ


जयपुर, 29 नवंबर (हि.स.)। राजस्थान विश्वविद्यालय के उद्यमिता व कौशल विकास केंद्र तथा मीडिया फाउंडेशन - भारती युवा संसद के संयुक्त तत्वावधान में सामाजिक उद्यमिता, आत्मनिरीक्षण व भविष्य की रणनीति विषय को लेकर दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंस का उद्घाटन समारोह आर.ए. पोद्दार प्रबंध संस्थान के सभागार में आयोजित किया गया। इस अवसर पर विषय विशेषज्ञों के साथ देश भर से आये प्रतिभागी उपस्थित थे। इस सेमिनार में तीस नवंबर को विभिन्न सत्रों का भी आयोजन किया जाएगा। कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र के मुख्य अतिथि पूर्व कुलपति प्रो. एडी सावन्त ने अपने उद्बोधन में पर्यावरणीय मुद्दों के जरिये उद्यमिता की संभावनाओं को रेखांकित किया। उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता राजस्थान विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. अल्पना कटेजा ने की।

मुख्य वक्ता एनडीटीवी के नेशनल एडिटर मिहिर गौतम ने अपने उद्बोधन में उद्यमिता के विभिन्न आयामों पर चर्चा करते हुए सोशल मीडिया में नई संभावना को तलाशने पर जोर दिया।

राजस्थान सरकार के उच्च शिक्षा विभाग के आयुक्त कॉलेज एजुकेशन सुनील शर्मा ने राजस्थान सरकार के माध्यम से उद्यमिता तथा कौशल विकास के नए प्रयोग तथा इसके माध्यम से छात्रों में उद्यमिता के विकास के क्रियान्वयन पर चर्चा की।

आयोजन के समन्वयक प्रो. अनुराग शर्मा ने बताया कि विश्वविद्यालय के इतिहास में यह पहला अवसर होगा जब सामाजिक उद्यमिता से जुड़े चार पद्मश्री एक साथ किसी एक आयोजन मंच पर रहे।

आयोजन के कल के सत्र में जे. नंद कुमार राष्ट्रीय संयोजक-प्रज्ञा प्रवाह, पद्मश्री सुंडाराम वर्मा कृषि विशेषज्ञ, पद्मश्री श्यामसुंदर पालीवाल पर्यावरण कार्यकर्ता, डीजीपी उमेश मिश्रा, प्रो. जीएस मूर्ति राष्ट्रीय समन्वयक-भारतीय ज्ञान प्रणाली (शिक्षा मंत्रालय-भारत सरकार), प्रो.संजीव शर्मा कुलपति-राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान, वांगचोक शमशु संस्थापक और सीएमडी-हिमालयन हेली प्रमुख गणमान्य अतिथि एवं वक्ता के रूप में होंगे। आयोजन में विभिन्न विश्वविद्यालयों के तकरीबन तीन सौ विद्यार्थी, रिसर्च स्कॉलर तथा प्रोफेसर सहभागिता कर रहे हैं।

दोपहर के विशेष सत्र में पानी, पर्यावरण, प्रकृतिपरक विभिन्न प्रयोग के माध्यम से सामाजिक उद्यमिता की उपलब्धियों की चर्चा हुई तथा उनको सामाजिक-अकादमिक स्तर पर व्यापक पैमाने पर सामने लाने के तरीकों पर चर्चा हुई। चर्चा में पद्मश्री लक्ष्मण सिंह सामाजिक कार्यकर्ता एवं जल संरक्षक, पद्मश्री रामकिशोर डेरेवाला उद्यमी एवं सामाजिक कार्यकर्ता, प्रोफेसर अयानजीत सेन बेनेट यूनिवर्सिटी, चतर सिंह जल संरक्षक, आर.एस. चोयल कार्यकारी निदेशक-एसवीआई प्रा. लिमिटेड प्रमुख गणमान्य अतिथि एवं वक्ता के रूप में रहें। पद्मश्री मुन्नाजी एवं विख्यात मांड गायिका बेगम बतूल के गुरु वन्दना, गणपति स्तुति एवं राजस्थानी लोकगीत की प्रस्तुतियां दी। आरम्भ में सेमिनार से जुड़ी स्मारिका का विमोचन अतिथियों ने किया।

हिन्दुस्थान समाचार/दिनेश/संदीप

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