तेज बारिश के बीच करौली में दाे बच्चों की मौत, सीकर में पटरियां डूबीं
जयपुर, 15 अगस्त (हि.स.)। राजस्थान में भारी बारिश के चलते कई जिलों में हालात बिगड़े हुए गए हैं। गुरुवार को भी एक दर्जन से ज्यादा जिलों में दिनभर कहीं तेज तो कहीं रिमझिम बारिश हुई। बूंदी जिले में तो भारी बारिश के चलते जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया और सड़कें दरियां बन गई। देर शाम को एक बार फिर तेज बारिश का दौर शुरू हो गया है, जो लगातार जारी है। करौली के लांगरा थाना क्षेत्र के भांकरी गांव के बीरबल का पुरा में गुरुवार को तालाब में डूबने से दो बच्चों की मौत हो गई। इसी बीच मौसम विभाग का नया अलर्ट आया है। मौसम विभाग ने नाै जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। वहीं, 20 जिलों में बारिश को लेकर यलो अलर्ट दिया गया है। उत्तर-पूर्वी राजस्थान के ऊपर बना परिसंचरण तंत्र आज भी इसी स्थान पर बना हुआ है।
बूंदी में सुबह आठ से दोपहर दाे बजे तक करीब चार इंच (101 मिलीमीटर) बारिश हुई। बारिश के दौरान महावीर कॉलोनी में देईखेड़ा थाने की पुलिस जीप नाले में पलट गई। जीप में थानाधिकारी समेत तीन पुलिसकर्मी थे, जिन्हें स्थानीय लोगों ने सुरक्षित बाहर निकाल लिया। पाली जिले के रायपुर में तीन लोग गुड़िया नदी में पानी के तेज बहाव में बह गए। हालांकि, तीनों ने कुछ दूरी पर एक कंटीली झाड़ी पकड़ ली व रुक गए और वहीं फंस गए। सूचना मिलने पर रायपुर एसडीएम पूरण कुमार के साथ स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और सिविल डिफेंस की टीम को मौके पर बुलाया। करीब चार घंटे की मशक्कत के बाद तीनों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। बाबूलाल पुत्र मिश्रीलाल, पनकु पत्नी भूराराम और रेखा पूत्री भूराराम स्कूल में स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम देखकर घर लौट रहे थे। इस दौरान नदी पार करते समय पानी के तेज बहाव में बह गए। सीकर में गुरुवार सुबह तीन घंटे तेज बारिश हुई। इस दौरान रेलवे स्टेशन पर ट्रैक पानी में डूब गए। यहां 250 से ज्यादा दुकानें सुबह से बंद है। जोधपुर, पाली, नागौर, अजमेर, उदयपुर, अलवर, कोटा, टोंक, सवाई माधोपुर और भीलवाड़ा जिले में भी बरसात हुई।
राजस्थान में इस बार मानसून ने डेढ़ माह पहले ही पूरे सीजन की बारिश का कोटा पूरा कर दिया। जयपुर में गुरुवार शाम हुई तेज बरसात से एक बार फिर से शहरवासियाें काे चिंता में डाल दिया। एक दिन पहले बुधवार शाम हाे हुई तीन घंटे तेज बरसात ये मानाें पूरा शहर डूब गया। पूरे प्रदेश में दक्षिणी राजस्थान के 10 जिलों को छोड़ दें तो लगभग सभी जिलों में इस बार औसत पानी बरसा है। मौसम विशेषज्ञों का दावा है कि प्रदेश में 17 अगस्त से बारिश का दौर धीमा हो जाएगा। पूरे मानसून सीजन (1 जून से 30 सितंबर तक) में औसत बरसात 415 मिलीमीटर होती है, जबकि इस सीजन में 14 अगस्त तक 416 मिलीमीटर बरसात हो गई। इस बार मानसून सबसे ज्यादा जयपुर, भरतपुर, अजमेर और बीकानेर संभाग पर मेहरबान रहा। उदयपुर, कोटा में इस बार मानसून रूठा रहा। इस कारण यहां के जिलों में औसत से भी कम बारिश हुई। यहां के बड़े प्रमुख बांध (माही बजाज, सोमकमला अम्बा, जाखम, राणा प्रताप सागर, बीसलपुर, जवाई बांध) फुल नहीं हुए है।
बारां में तेज बारिश से खेड़ी श्यामपुरा गांव में तालाब की पाल टूट गई और तेज बहाव के साथ पानी आसपास के इलाकों में पहुंच गया। उदयपुर के ग्रामीण क्षेत्रों में गुरुवार को दोपहर में बारिश हुई। मेनार क्षेत्र में रूंडेड़ा, नवानिया, भटेवर, भंवरासिया खरसाण में जमकर बारिश हुई। सवाई माधोपुर जिले के मलारना डूंगर क्षेत्र के देहलोद गांव में केदार याेगी का कच्चा मकान गिर गया। हादसे के वक्त परिवार के सदस्य मकान के बाहर छप्परपोश में बैठे हुए थे, ऐसे में कोई जनहानि नहीं हुई। कोटा में सुबह बारिश हुई। चंबल नदी पर बने कोटा बैराज डैम का लेवल 852.60 फीट बना हुआ है। बैराज के तीन गेट खुले हुए हैं, जिनसे 12 हजार 400 क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही है।
अजमेर जिले के पीसांगन कस्बे में तेज बरसात हुई। बारिश के दौरान सेठन दरवाजे के पास पुलिया के ऊपर से नदी का पानी बह रहा था। इस दौरान बाइक सवार दाे युवकों ने पुलिया को पार करने की कोशिश की। इस दौरान पानी के तेज बहाव के कारण दोनों युवक बाइक के साथ नदी में गिर गए। वहां मौजूद लोगों ने उनको देखा तो रस्सी फेंक कर उनको बचा लिया। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और रास्ता बंद करवा दिया। नागौर में बारिश के कारण गुरुवार शाम शहर का जर्जर ऐतिहासिक नकास गेट का कुछ हिस्सा टूटकर गिर गया। हालांकि हादसे की चपेट में कोई नहीं आया। दीवार का मलबा टूटकर सड़क पर आ गिरा।
करौली के लांगरा थाना क्षेत्र के भांकरी गांव के बीरबल का पुरा में गुरुवार को तालाब में डूबने से दो बच्चों की मौत हो गई। अभिषेक उर्फ संतोष (10) और सुलेखा (10) 5वीं क्लास में पढ़ते थे। स्कूल में स्वतंत्रता दिवस का कार्यक्रम देखकर घर लौट रहे थे। इस दौरान पैर फिसलने से दोनों तालाब में गिर गए।
अजमेर जिले के कई इलाकों में गुरुवार सुबह से बारिश का दौर जारी है। यहां मांगलियावास ग्राम पंचायत के अर्जुनपुरा जागीर गांव में खेत में काम कर रही महिला कमला (55) पत्नी मिश्रीलाल रेगर पर बिजली गिर गई। उसने मौके पर ही दम तोड़ दिया। जोधपुर में गुरुवार हुई तेज बारिश के बाद डीपीएस सर्किल पर आशापुर्णा नगर में बाइपास रोड पर घुटनों तक पानी भर गया। पाली शहर में भी गुरुवार सुबह रुक-रुक कर बारिश का दौर चला।
जोधपुर में गुरुवार सुबह से बारिश का दौर जारी हैं। भीलवाड़ा में सुबह से रिमझिम बरसात हुई।
हिन्दुस्थान समाचार / रोहित / संदीप
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