जयपुर में 'हादसों' की रिकॉर्ड तोड़ बारिश
जयपुर, 1 अगस्त (हि.स.)। राजधानी में बुधवार शाम को शुरू हुआ बारिश का दौर गुरुवार को भी दिनभर चला। इस दौरान रिकॉर्ड तोड़ बारिश दर्ज की गई। रिकॉर्ड तोड़ बारिश के साथ जयपुर में कई हादसे में भी हुए। हादसों में चार लोगों की जान चली गई। बारिश ने जयपुर में अगस्त माह का 12 साल पूरा रिकॉर्ड तोड़ दिया। जयपुर मौसम केंद्र पर 176 मिमी बारिश दर्ज की गई तो वहीं जयपुर जिले में 270 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। बारिश के कारण जयपुर की सड़कें नदियों की तरह बहने लगीं। घरों में पानी घुस गया। बसें तक डूबी नजर आईं। पानी के बहाव के कारण कार तक बह गई। सड़कों में जगह-जगह गड्डे हो गए। द्रव्यवती नदी ओवरफ्लो होकर बहने लगी। सड़के धंसने से स्कूल बस और जेसीबी तक फंस गई। भारी बारिश के बाद जयपुर में जगह-जगह पानी भर गया।
जयपुर गांधी नगर रेलवे स्टेशन पर सुबह 6 बजे पटरियों पर दो फीट तक पानी भर गया। जो प्लेटफार्म तक आ गया। वीकेआई एरिया में भी एक घर में तीन लोग पानी और मिट्टी आने के कारण फंस गए। वहीं, बगरू थाना इलाके में छीपा मोहल्ला में एक 15 साल का बच्चा पानी में बह गया। जामडोली में सड़क धंसने से एक बस और उसे निकालने आई जेसीबी उस गड्ढे में गिर गई। गोपालपुरा बाइपास पर घुटनों से ऊपर तक पानी भर गया। द्रव्यवती नदी उफान मारकर बहने लगी, जिसके बाद दुर्गापुरा स्थित महारानी फार्म पर बने रैंप पर वाहनों की वाहजाही को रोककर उसे बीटू बाइपास और रिद्दी-सिद्धी-मानसरोवर कनेक्टिंग रोड पर बने हाइलेवल ब्रिज से डायवर्ट किया गया। महारानी फार्म पर बने रैंप पर कार फंस गई। किसी तरह कार सवार लोग अपनी जान बचाकर बाहर निकले। एसएमएस हॉस्पिटल में जनरल मेडिसिन वार्ड में पानी भर गया। इससे मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। बगरू में लिंक रोड स्थित पाल वाले बालाजी के पास पानी में पिकअप बंद हो गई। लोगों ने इसे धक्का मारकर बाहर निकाला गया। आगरा रोड पर जामडोली इलाके के भरत विहार कॉलोनी में बारिश से सड़क धंसी। इसमें कार, स्कूल बस, जेसीबी, मैजिक वैन आदि वाहन गिर गए। जयपुर एयरपोर्ट पर भी पानी भर गया। पायलट को सामान ले जाने वाली ट्रोली पर खड़ा होकर एयरपोर्ट के अंदर पहुंचाया गया। एयरपोर्ट पर करीब आधा से एक फीट तक पानी भर गया था।
हाल ए बारिश: सवाईमाधोपुर और हनुमानगढ़ में भारी बारिश, मलारना डूंगर में 137 मिमी
प्रदेश में गुरुवार को जयपुर सहित करीब एक दर्जन शहरों में बारिश दर्ज की गई। जयपुर के अलावा अजमेर, भीलवाड़ा, अलवर, सीकर, कोटा, चित्तौड़गढ़, उदयपुर, जोधपुर, चूरू, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, सवाईमाधोपुर और करौली सहित अन्य स्थानों पर बारिश हुई। गुरुवार को हनुमानगढ़ और सवाईमाधोपुर में भारी बारिश दर्ज की गई। सबसे ज्यादा बारिश सवाईमाधोपुर के मलारना डूंगर में 137 मिमी दर्ज की गई।
जलसंसाधन विभाग के अनुसार बुधवार से गुरुवार शाम तक जयपुर तहसील में 193, चौमूं में 183, फागी में 135, चाकसू में 116, बस्सी में 100, जमवारामगढ़ में 130, नरैना में 110, शाहपुरा में 130, सांगानेर में 135 और दूदू में 110 मिमी बारिश दर्ज की गई। गुरुवार को सबसे ज्यादा बारिश सवाईमाधोपुर के मलारना डूंगर में 137 मिमी बारिश दर्ज की गई। इसके अलावा सवाईमाधोपुर के खंडार में 105, सवाईमाधोपुर में 57, हनुमानगढ़ के तलवाड़ा झील में 114, टिब्बी में 113, धाबान में 96, हनुमानगढ़ में 77 और संगरिया में 75, चूरू के भानीपुरा में 85, दौसा में 76, रामगढ़ पचवारा में 60, श्रीगंगानगर के हिंदूमलकोट में 73 और सूरतगढ़ में 67 मिमी बारिश दर्ज की गई।
आअगरा रोड स्थित कानोता बांध के आसपास (कैचमेंट एरिया) अच्छी बारिश होने के बाद बांध का गेज आज 15 सेमी. बढ़ गया, जिसके बाद बांध अब फुल हो गया। इस बांध का शनिवार को गेज 5.03 मीटर था, जो आज सुबह बढ़कर 5.18 मीटर पर आ गया। इसी तरह चाकसू स्थित शील की डूंगरी बांध का गेज 1.52 मीटर से बढ़कर 1.68 मीटर, चंदलाई बांध का गेज 3.15 मीटर से बढ़कर 3.20 मीटर पर आ गया। चंदलाई बांध भी फुल हो गया है और अब यहां चादर चलने की संभावना है।
जयपुर में भारी बारिश के बाद कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने प्रभावित इलाकों का दौरा किया है। उन्होंने जयपुर एयरपोर्ट, मालवीय नगर और विश्वकर्मा इंडस्ट्रियल एरिया में विजिट करके वहां के जलभराव एरिया में पानी की निकासी के लिए सिविल डिफेंस, नगर निगम को काम तेज करने के निर्देश दिए। तेज बारिश के बाद कई स्कूलों की छुट्टी
जयपुर के जयश्री पेरीवाल, नीरजा मोदी, बचपन प्ले स्कूल समेत कई बड़े स्कूल ने बारिश की वजह से अवकाश घोषित कर दिया है। वहीं, कई स्कूल में स्टूडेंट्स को अवकाश लेने का विकल्प दिया है। स्कूलों की तरफ से बच्चों के पेरेंट्स को पर्सनल मैसेज कर छुट्टी के बारे में जानकारी दी गई।
बीसलपुर बाध में आया पानी
बीसलपुर बांध के कैचमेंट एरिया में बारिश से आज सुबह बांध का गेज बढ़ गया। यहां करीब 1 सेमी गेज बढ़ा। वर्तमान में बांध का गेज 310.15 आरएल मीटर है, जबकि कल बांध का गेज 310.14 आरएल मीटर था। जयपुर, अजमेर को पानी सप्लाई होने के कारण हर रोज बांध का गेज 2 सेमी कम हो रहा है। वर्तमान में बांध करीब 29 फीसदी भर गया है।
कालीसिंध के 2 और पांचना बांध के तीन गेट खोले
प्रदेश में बारिश का दौर लगातार चल रहा है। इसके चलते बांधों में पानी की आवक हो रही है। गुरुवार को झालावाड के कालीसिंध बांध के दो और करौली के पांचना बांध के तीन गेट खोलकर पानी छोड़ा जा रहा है।
दो मंजिला बेसमेंट में डूबने से तीन की मौत
दिल्ली की घटना के बाद जयपुर में बड़ा हादसा सामने आया है। विश्वकर्मा थाना इलाके में तेज बारिश के चलते खाली प्लांट का पानी दीवार तोड़कर एक दो मंजिला बेसमेंट में घुस गया। इससे वहां पर सो रहे दो परिवारों के तीन लोगों की डूबने से मौत हो गई। घटना की सूचना पर सिविल डिफेंस, जिला प्रशासन, पुलिस सहित अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। बचाव राहत कार्य शुरू किया गया। करीब 8 घंटे चले रेस्क्यू के बाद तीनों के शवों को बाहर निकाला जा सका। जिला कलेक्टर प्रकाशराज पुरोहित ने भी मौके पर पहुंच कर स्थिति का जायजा लिया।
पुलिस के अनुसार वीकेआई रोड-17 पर अशोक सैनी और वैजनाथ गुप्ता का परिवार रहता था। दोनों के मकान में नीचे करीब दो मंजिला बेसमेंट बने हुए थे। रात को परिवार के सभी लोग खाना खाकर सो गए। शाम से चला बारिश का दौर गुरुवार दोपहर तक चला। इससे यहां के आस-पास की सड़कों पर पानी भर गया। बुधवार देर रात करीब 3 बजे से पानी घर में घुसना शुरू हो गया था। इसी दौरान अलसुबह करीब पांच बजे मकान के पीछे खाली प्लांट में ज्यादा पानी जमा होने से दीवार टूट गई और बेसमेंट में अचानक पानी घुस गया। इस पर कुछ लोग जान बचाकर बाहर की तरफ भाग निकले, लेकिन कुछ लोग पानी में फंस गए। इसके कारण मकान में सबसे नीचे सो रहे पूजा (19) पुत्री अशोक, अशोक की दोहिती पूर्वी (6) पुत्री हटवारु सैनी और कमल (23) पुत्र बैजनाथ की पानी में डूबने से मौत हो गई। मरने वाले सभी आरा (बिहार) के रहने वाले थे। पिता जयपुर की फैक्ट्री में काम करते थे।
थानाधिकारी राजेंद्र ने बताया कि दोनों परिवार यहां पर करीब 20-25 साल से रह रहे है। जब इन्होंने जमीन खरीदी थी तो यहां पर गहरा गड्ढा था। समय के साथ इनका मकान गहराई में चला गया और धीरे-धीरे मकान की ऊंचाई बढ़ाते रहे। इससे यह करीब 20 फीट ऊंचा हो गया था। दूर से देखने में यहां पर टपरीनुमा मकान नजर आ रहा था। मकान के ऊपर टीनशेड लगा हुआ है। घटना की जानकारी सुबह पांच बजे मिली। रेस्क्यू ऑपरेशन करीब दोपहर 12 बजे तक चला। कई घंटों में बेसमेंट में भरा पानी बाहर निकाला गया। इसके बाद शवों को खोजकर बाहर निकाला गया। शव मिट्टी में दब गए थे। दोनों मकान सटकर बने हुए थे। पानी के दबाव से दूसरे मकान की भी दीवार टूट कर उसमें पानी चला गया। इससे दोनों परिवारों के सदस्यों की पानी में डूबने से मौत हो गई। घटना स्थल पर अशोक सैनी और वैजनाथ गुप्ता ने मकान बना रखा था।
वीकेआई एरिया में हादसे के बाद आस-पास के लोगों की सुरक्षा के लिए नगर निगम ग्रेटर ने की वैकल्पिक व्यवस्था भारी बारिश के बीच वीकेआई एरिया में बेसमेंट में हुए हादसे के बाद नगर निगम ग्रेटर द्वारा उस क्षेत्राधिकार में रहने वाले निवासियों की सुरक्षा व्यवस्था के लिए राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय आंकेडा डूंगर में ठहराने की व्यवस्था की है। इसके लिए 4 सदस्यीय टीम का गठन किया गया है। यह टीम 3 पारियों में कार्य करेगी। मुरलीपुरा जोन उपायुक्त रेखा मीणा ने रहवासियों को समझाइश की है कि भारी बारिश के चलते कोई जनहानि ना हो इसके लिए आंकेडा डूगर स्थित स्कूल में रहने, खाने पीने की व्यवस्था की गई है।
हिन्दुस्थान समाचार / राजेश / ईश्वर
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