कृषि व उद्यानिकी फसलों पर हीटवेव के प्रभाव की व्यापक कार्ययोजना बनाकर अनुसंधान की आवश्यकता- डॉ. शेखावत

कृषि व उद्यानिकी फसलों पर हीटवेव के प्रभाव की व्यापक कार्ययोजना बनाकर अनुसंधान की आवश्यकता- डॉ. शेखावत
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कृषि व उद्यानिकी फसलों पर हीटवेव के प्रभाव की व्यापक कार्ययोजना बनाकर अनुसंधान की आवश्यकता- डॉ. शेखावत


बीकानेर, 27 जून (हि.स.)। स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय के कृषि अनुसंधान केन्द्र में कृषि अनुसंधान विस्तार संवर्ग की तकनीकी कार्यशाला का आयोजन अतिरिक्त निदेशक (कृषि) विस्तार डॉ सुरेन्द्र सिंह शेखावत और विश्वविद्यालय के क्षेत्रीय अनुसंधान निदेशक डॉ. एस. आर. यादव की अध्यक्षता में हुआ।

मासिक तकनीकी कार्यशाला में खण्ड बीकानेर के कृषि, उद्यानिकी, आत्मा के वरिष्ठ अधिकारी व विश्वविद्यालय के कृषि वैज्ञानिक व केवीके प्रभारियों ने भाग लिया। मासिक तकनीकी कार्यशाला में जून में की गई कृषि क्रियाओं की प्रगति पर समीक्षा और जुलाई में कृषकों द्वारा की जाने वाली कृषि व उद्यानिकी तकनीकी पर चर्चा की गई। मई-जून हीटवेव से विभिन्न फसलों व फलों के उत्पादन व गुणवत्ता पर पड़ने वाले संभावित प्रभाव का विश्लेषण व व्यापक कार्ययोजना बनाकर अनुसंधान की आवश्यकता जताई गई। आगामी खरीफ सीजन के मध्यनजर विभिन्न फसलों की पैकेज ऑफ प्रेक्टिसेज पर चर्चा हुई। परिचर्चा में कृषि वैज्ञानिक डॉ. राजेन्द्र राठौड़, डॉ. एस आर मीणा, डॉ. एस पी सिंह, डॉ. हनुमान देशवाल, डॉ. बी डी एस नाथावत, संयुक्त निदेशक कृषि कैलाश चौधरी, डॉ. दया शंकर शर्मा, डॉ. जगदेव सिंह, उप निदेशक यशवन्ती, राजेश कुमार गोदारा, दीपक, कपिला, अमर सिंह, प्रेमाराम, राजूराम डोगीवाल, सुभाष बिशनोई, कुलदीप शर्मा, भैराराम गोदारा, प्रदीप चौधरी, कृषि अधिकारी मुकेश गहलोत, ओमप्रकाश तर्ड, जोधराज, ममता, महेन्द्र प्रताप, मेघराज, सोमेश तंवर आदि मौजूद रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/राजीव/ईश्वर

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