पुष्कर सरोवर में संतों का शाही स्नान 26 नवंबर को होगा

पुष्कर सरोवर में संतों का शाही स्नान 26 नवंबर को होगा
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पुष्कर सरोवर में संतों का शाही स्नान 26 नवंबर को होगा


अजमेर, 24 नवम्बर(हि.स)। पुष्कर मेले में आगामी 26 नवंबर को पुष्कर सरोवर में संतों का शाही स्नान होगा। शाही स्नान अखिल भारतीय सैन समाज व सैन भक्ति पीठ के पीठाधीश्वर स्वामी अचलानंदचार्य महाराज सैन के सानिध्य में होगा।

भक्ति पीठ के प्रवक्ता हरिप्रसाद पाराशर ने बताया कि सैनाचार्य अचलानंदचार्य महाराज महाराज आगामी कार्तिक पूर्णिमा तक पुष्कर में ही प्रवास कर रहे हैं। इस दौरान वे प्रतिदिन भक्ति पीठ में अनुयायियों को प्रवचन दें रहे है तथा उनके सानिध्य में 26 नवंबर को ब्रह्म चतुर्दशी के मौके पर प्रतिवर्ष की भांति पुष्कर सरोवर में शाही स्नान होगा।

तीर्थ नगरी में शुक्रवार को विशाल रथ पर श्री ब्रह्मा सावित्री की शोभायात्रा निकाली गई। इस दौरान ब्रह्मा-सावित्री प्रतिमा का अभिषेक, पूजा अर्चना व महाआरती का आयोजन किया गया।

शुक्रवार को सुबह रथ यात्रा का शुभारम्भ पाराशर यात्री निवास से गाजे बाजे के साथ हुआ। रथ पर ब्रह्मा सावित्री की मूर्तियां को विराजमान कर यात्रा निकाली गई जो परिक्रमा मार्ग होते हुए ब्रह्म घाट पहुंची। जहां पर तीर्थ पुरोहित संघ ट्रस्ट संयोजक श्रवण पाराशर, विमल बादल पाराशर के नेतृत्व में तीर्थ पुरोहितों द्वारा ब्रह्मा सावित्री की महाआरती कर यात्रा का स्वागत किया गया। इसके बाद घाट पर अभिषेक, पूजा अर्चना व आरती के बाद यात्रा पुन: यात्री निवास पहुंची। जहां भक्तों को प्रसाद वितरण किया गया। इस दौरान में शिक्षाविद् ठाकुर प्रसाद पाराशर, अखिल भारतीय पाराशर ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अरुण बाबू पाराशर, सविता पाराशर, राजकुमार पाराशर, विष्णु नागौरी, धनंजय पाराशर, गोपाल पाठक, वासुदेव पाराशर, गंगाधर पाराशर सहित कई लोग शामिल हुए। बता दे कि पूर्व में उक्त ब्रह्मा सावित्री की मूर्तियां मध्य प्रदेश में स्थित सत्यधाम की ओर से पुष्कर पुरोहित संघ ट्रस्ट को भेंट की गई थी। तथा गत तीन वर्षो से पं. गोरेलाल के नेतृत्व में पुष्कर में रथ यात्रा निकाली जा रही है।

25 को नहीं होंगे कोई भी कार्यक्रम

विधानसभा चुनाव के चलते पुष्कर मेले के दौरान 25 नवंबर को पर्यटन विभाग द्वारा सांस्कृतिक व अन्य कार्यक्रम आयोजित नहीं किये जाएंगे। 25 को मतदान के दौरान पुलिस व प्रशासन द्वारा व्यस्तता के कारण 24 रात के भी कोई कार्यक्रम नहीं किए गए।

ब्रह्मा मंदिर में प्रतिदिन हो रही हे विशेष पूजा

अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त पुष्कर मेले में कार्तिक एकादशी से पूर्णिमा तक प्रतिदिन जगत पिता ब्रह्मा मंदिर में ब्रह्मा जी व गायत्री माता की विशेष पूजा अर्चना व विशेष श्रंगार किया जा रहा है। मंदिर के पुजारी कृष्णगोपाल वशिष्ठ ने बताया कि पांच दिवसीय पुष्कर के धार्मिक मेले के दौरान ब्रह्मा मंदिर प्रतिदिन अलग अलग श्रंगार कर ब्रह्माजी की मनमोहक झांकी सजाई जा रही है।

छह घाटों पर प्रतिदिन शाम को हो रही है महाआरती

पुष्कर धार्मिक मेले के दौरान एकादशी से पूर्णिमा तक प्रतिदिन शाम को ब्रह्म घाट, गऊघाट, वराह घाट, बद्री घाट, गणगौर घाट व जयपुर घाट पर पवित्र सरोवर का पूजन, अभिषेक, दीपदान एवं महाआरती की जा रही है जिसमें काफी संख्या में भक्त शामिल होकर पुण्य के भागीदार बन रहे है।

लौटने लगे मवेशी, खाली होने लगे दड़े

पुष्कर मेले में बिक्री के लिए आए पशुओं का पशुपालन विभाग द्वारा रवन्ना काटने की प्रक्रिया जारी है। इसी के साथ पशुओं व पशुपालक मेले से लौटने आरंभ हो गए हैं। जिससे बीते दस दिनों से परवान पर रहा पशु मेला धीरे-धीरे सिमटने लग गया है तथा धोरे खाली होने लग गए हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/संतोष/संदीप

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