भारतीय संविधान हमारा गौरव मय मार्गदर्शक ग्रंथ
जयपुर, 26 नवंबर (हि.स.)। ग्रासरूट मीडिया फाउंडेशन की ओर से संविधान दिवस के अवसर पर मंगलवार को संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इसमें भारतीय संविधान की विशेषताओं और उपलब्धियां पर चर्चा की गई। साथ ही यह विचार व्यक्त किए गए कि भारतीय संविधान हमारे देश का गौरवमय मार्गदर्शक ग्रंथ है। कार्यक्रम के प्रारंभ में ग्रासरूट मीडिया फाउंडेशन के प्रमोद शर्मा ने संविधान दिवस कार्यक्रम का परिचय प्रस्तुत किया।
झालाना संस्थानिक क्षेत्र स्थित राजस्थान प्रौढ़ शिक्षण समिति कार्यालय में हुए इस कार्यक्रम को समन्वयक डॉ. वर्तिका अरोड़ा (संस्थापक प्राचार्य, राजस्थान स्कूल आफ ला फोर विमेन ने संबोधित करते हुए कहा कि अगर हमें हमारे संविधान को गहराई से समझना है तो संविधान सभा की बहस को समझना जरूरी है। इसमें हर शब्द पर चर्चा की गई। टिप्पणियां और आलोचना की गई और सुझाव भी दिए गए।
इस कार्यक्रम में कनोडिया स्कूल आफ लॉ की छात्राओं दानिश रोशन, निहारिका, जोया खान, शिरीन खान, ग्राम्या कुमावत ने और बियानी लॉ कॉलेज की खुशी शेखावत, खुशी शर्मा, अपूर्वा और नौशीन खान ने भी अपने विचार व्यक्त किए और संवैधानिक जागरूकता को बढ़ाने पर जोर दिया।
संविधान दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में डॉ.शरद कुमार व्यास, अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश - सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण चूरू ने ऑनलाइन शामिल होकर कहा कि विविधता से संपन्न भारत को हमारा संविधान समान रूप से एकता में रखता है। इस संविधान दिवस को मनाना जरूरी है कि इसने हमारे देश को विधि शासित देश बनाया है। हमें हमारे संविधान पर गर्व किए जाने की आवश्यकता है। हमारे देश में विकसित हो रहा संविधानवाद हमें विकसित भारत की ओर अग्रसर कर रहा है।
कार्यक्रम का संचालन इंडिक स्कूल ऑफ ज्यूरिस्प्रूडेंस के डॉ. राजेश मेठी ने किया। इस अवसर पर राजस्थान प्रौढ़ शिक्षण समिति के राजेंद्र बोड़ा सहित हरचंद राम, डॉक्टर कैलाश, एडवोकेट रमन नंदा आदि उपस्थित रहे।
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हिन्दुस्थान समाचार / दिनेश
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