तीर्थ राज पुष्कर का पवित्र सरोवर लबालब, नाग पहाड़ के झरने लगे बहने
अजमेर, 6 सितंबर (हि.स.)। अजमेर सहित आसपास के सौ किलोमीटर के दायरे में शुक्रवार
सुबह से तेज बारिश का दौर जारी है। लगातार हो रही बारिश से लोगों को
गर्मी, उमस से तो राहत मिली किन्तु जल भराव से रोजमर्रा का जीवन आफत बन
गया। लोग बीच रास्ते फंस गए। घरों से दफ्तर तक जाना मुहाल हो गया। जगह-जगह
सड़कें दरिया बन गई। मौसम विभाग ने आज यलो अलर्ट जारी कर रखा था।
बारिश के कारण शहर के आसपास इलाकों में पानी भरने लगा है। लगातार हो रही
बारिश के कारण आनासागर और फॉयसागर का जलस्तर तेजी से बढ़ने लगा है। आनासागर
की एक फीट छह इंच की चादर चलने लगी है। वही फॉयसागर पर 6 इंच की चादर चल
रही है। बाडी नदी के बहाव क्षेत्र में बसी डिफेंस कॉलोनी, राज कॉलोनी, हाथी
खेड़ा, बोराज काजीपुरा आदि क्षेत्र के लोगों की वाटर अरेस्ट जैसी स्थिति
बनी हुई है। उनके पास कोई राहत फिलहाल नहीं पहुंचाई जा सकती जब तक आनासागर
में जमा पानी का स्तर नीचे नहीं आता वहां जल भराव ही बना रहेगा।
शुक्रवार
सुबह से हो रही लगातार बारिश के कारण सड़कों पर पानी जमा होने लगा है।
सड़कों पर जाम की स्थिति पैदा हो गई है। आनासागर पुरानी चौपाटी से लेकर
मित्तल हॉस्पिटल के सड़कों पर बीच-बीच में पानी भर रहा है। जिससे वाहनों की
लंबी कतार लगी हुई है। मरीजों को हॉस्पिटल इमरजेंसी तक ले जाना भी दूभर हो
गया है। पानी भराव के कारण बड़े वाहन भी पानी से नहीं निकल पा रहे हैं। मौसम
विभाग ने गुरुवार को सवा घंटे अजमेर उत्तर क्षेत्र सहित आसपास के हिस्सों
में 38 एमएम बारिश रिकार्ड की गई थी। जबकि दक्षिण क्षेत्र सहित आसपास के
हिस्सों में 20.1 एमएम बारिश दर्ज की गई।
ब्रह्माजी
की नगरी पुष्कर में एक बार फिर इंद्रदेव जमकर मेहरबान हुए। सुबह से चल रही
मूसलाधार के साथ रिमझिम बारिश से तीर्थ नगरी में चारों ओर पानी-पानी हो
गया। इधर निचली बस्तियों में जल भराव बना हुआ है। शहर के सभी प्रवेश
मार्गों में पानी भरने के कारण अवरूद्ध हो गए। आज सुबह से हुई बरसात में
तीनों फिडरों के द्वारा पानी की लगातार पुष्कर सरोवर में आवक जारी है। इसी
के साथ सरोवर लबालब हो गया। सरोवर की भराव क्षमता 36 फीट है। आज हुई बारिश
में सरोवर का एक बार फिर जलस्तर बढऩे से पुष्कर वासियों में खुशी की लहर
छा गई।
पुष्कर में आज सुबह से ही रिमझिम बरसात का दौर शुरू हुआ और करीबन
एक घंटे तक हुई मूसलाधार के साथ हल्की तेज बारिश के चलते नदी, नाले उफान
मारने लग गए और देखते ही देखते पूरी तीर्थ नगरी पानी से तरबतर हो गई। नाग
पहाड़ी के सभी झरने, नदियोंं से पानी तेजी से बहकर फीडरों में आकर मिला और
खरेखड़ी, सावित्री, कपिलकुंड समेत सभी फीडरों से पानी पूरे यौवन के साथ
बहकर सिल्टडेम से ओवर फ्लो होकर सरोवर में पहुंचने लगा। इसके बाद सरोवर का
पानी पीछे फीडर में फैलने लग गया। पानी की रफ्तार का अंदाजा इसी से लगाया
जा सकता है कि दस-दस फीट ऊंची फीडर दीवारों से पानी ओवर फ्लो होकर फीडरों
से सटे खेतों में घुस गया। जिससे नाला गांव के खेत लबालब हो गए। वहीं बारिश
से पुराने रंगजी मंदिर से वराह घाट चौक होते हुए नगर पालिका कार्यालय तक,
सावित्री मार्ग, परिक्रमा मार्ग, माली मौहल्ला, नायक कॉलोनी, गुरूद्वारा
रोड़, हैलोज रोड़ समेत कई निचलें इलाके जलमग्र हो गया तथा लोगों के घरों,
मंदिरों, दुकानों में पानी भर गया। जिससे लोगों को खासा परेशान होना पड़ा।
आज
हुई मूसलाधार बरसात में सरोवर का जलस्तर बढऩे के कारण सभी घाटों का एक बार
फिर एक- दूसरे से संपर्क टूट गया तथा घाटों के अंदर से गुजरने वाला
परिक्रमा मार्ग बंद हो गया। तथा बड़ी पुलिया का रास्ता भी बंद हो गया। सरोवर के पीछे
डूब क्षेत्र में बरसाती फीडरों के पास भारी पानी जमा होने पर पालिका व
पुलिस प्रशासन ने सिविल डिफेंस टीम के साथ होटलों को खाली कराया। उपखंड
अधिकारी निखिल कुमार पौद्दार व नगर परिषद के कर्मचारियों वह पुलिस ने
कार्यवाही करते हुए केचमेंट एरिया में बनी 10 से अधिक होटल-रिसोर्ट के साथ
घरों को भी खाली कराया। इस दौरान कुछ होटल में देशी व विदेशी पर्यटक भी ठहर
रखे जिन्हें अन्यत्र शिफ्ट कराया गया।
पुष्कर
के नाग पहाड़ी क्षेत्र में तेज बरसात के बाद पहाड़ों से रौद्र रूप में
झरने बहने लगे। इसका लुत्फ उठाने के लिए बरसात में ही काफी संख्या में लोग
पहाड़ी क्षेत्र में पहुंचे। आज हो रही मूसलाधार बरसात से नागपहाड़ के सभी
झरनों ने रौद्र रूप धारण कर रखा था। आज
हो रही बारिश से पहाड़ों से बहता हुआ पानी पुष्कर सरोवर के बीच बनी छतरी
के ऊपर तक पहुंच गया। छतरी के बीच शिव परिवार स्थापित है। सरोवर के लबालब
होने से विशाल रूप देखने को मिल रहा है।
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हिन्दुस्थान समाचार / रोहित
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