तीर्थराज पुष्कर सरोवर में हजारों श्रद्धालुओं ने लगाई डुबकी
अजमेर, 23 नवम्बर(हि.स) । तीर्थराज पुष्कर स्थित पवित्र ब्रह्म सरोवर में कार्तिक एकादशी स्नान शुरू हो गया। 27 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा के महास्नान के साथ पंचतीर्थ स्नान संपन्न होगा। पुष्कर में श्रद्धालुओं की भीड़ उमडऩे लगी है। हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने गुरुवार को सरोवर में स्नान किया व मंदिरों के दर्शन किए। इस मौके पर जगतपिता ब्रह्मा मंदिर का विशेष श्रंगार किया गया।
कार्तिक एकादशी से कार्तिक पूर्णिमा तक ब्रह्मा जी ने अपनी दूसरी पत्नी गायत्री माता के साथ बैठकर यज्ञ किया था और इस दौरान सभी 33 करोड़ देवी देवता पुष्कर में मौजूद होने के कारण कहा जाता कि पवित्र सरोवर में पंचतीर्थ स्नान करने से व्यक्ति की हर मनोकामना पूर्ण होती है इसलिए इस स्नान का विशेष महत्व रहता है और यह कार्तिक एकादशी से शुरू होकर कार्तिक पूर्णिमा के दिन महास्नान के साथ संपन्न होता है। गुरुवार को कार्तिक एकादशी के पावन अवसर पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए प्रशासन और पुलिस चौकस है।
जगतपिता ब्रह्मा मंदिर में दर्शन श्रद्धालुओं के लिए दिन भर रहे । सामान्य दिनों में मंदिर दोपहर को डेढ से तीन बजे तक बंद रखा जाता है । धार्मिक मेले में दोपहर को भी मंदिर के कपाट खुले रखे जा रहे हैं । पुजारी कृष्ण गोपाल वशिष्ठ ने बताया कि पुष्कर के कार्तिक धार्मिक मेले के अवसर पर सुबह मंगला आरती के साथ ही मंदिर के दरवाजे खोल दिए गए तथा रात को शयन आरती तक मंदिर खुला रहेगा। उन्होंने बताया कि कार्तिक पूर्णिमा तक मंदिर दर्शन की यही व्यवस्था रहेगी मेले के दौरान प्रतिदिन सुबह महाभिषेक कर ब्रह्माजी का नया श्रंगार भी किया जाएगा।
पुष्कर पशु मेले के तहत गुरुवार को मेला मैदान में ऊंट सजाओ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस दौरान बहुत से पशु पालकों ने अपने मवेशियों को बेहद आकर्षक तरीके से सजा कर उन्हें ढोल और नगाड़ों की धुन पर नाचते-थिरकते हुए प्रस्तुत किया। मेला मैदान में उपस्थित सैलानियों ने तालियां बजा कर पशुपालकों का उत्साह बढ़ाया।
हिन्दुस्थान समाचार/संतोष/संदीप
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