महात्मा गांधी अस्पताल में प्रदेश की पहली डीएनए लैब तैयार
जोधपुर, 16 नवम्बर (हि.स.)। मेडिकल कॉलेज लेवल पर राजस्थान की पहली डीएनए फिंगर प्रिंट लैब जोधपुर के महात्मा गांधी हॉस्पिटल में बनकर तैयार है। सीएम अशोक गहलोत ने अपने बजट में इसे बनाने की घोषणा की थी। इसकी पालना में प्रदेश की ये पहली लैब बनकर तैयार हो चुकी है। जल्द ही यहां पर डीएनए जांच रिपोर्ट का काम शुरू हो सकेगा। इससे रेप, मर्डर और अन्य गंभीर अपराधों में न्याय के आस में इंतजार कर रहे पीडि़तों के लिए राहत मिलने वाली है।
प्रदेश में अब तक मेडिकल कॉलेज स्तर पर डीएनए टेस्टिंग की सुविधा नहीं है। सीएम की बजट घोषणा के तहत कोटा, जयपुर, जोधपुर व उदयपुर मेडिकल कॉलेजों में डीएनए फिंगर प्रिंट लैब बनाई जा रही है। फिलहाल यहां पर मशीनरी भी लगाई जा चुकी है। साइंटिस्ट के पद पर नियुक्ति के बाद काम शुरू किया जाएगा। आमतौर पर डीएनए के लिए भेजे जाने वाले सैंपल की रिपोर्ट आने में 3 से 6 माह भी लग जाते हैं। कई बार इतने दिनों में भी रिपोर्ट नहीं मिल पाती है। इसका सीधा असर न्यायिक प्रकरणों पर भी पड़ता है। इसके शुरू होने से आम तौर पर इस तरह के मामलों में 6 माह में मिलने वाली रिपोर्ट से 6 से 10 दिन में मिल सकेगी। इसके चलते कोर्ट में पेंडिंग चल रहे प्रकरण का भी जल्द निपटारा हो सकेगा।
हिन्दुस्थान समाचार/सतीश/संदीप
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