92 हजार सरकारी नौकरियां, निजी क्षेत्र में 2 लाख से अधिक रोजगार :मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा
जयपुर,25 दिसंबर(हि. स.)।मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार युवाओं के लिए पर्यटन, सौर ऊर्जा, उद्योग सहित विभिन्न क्षेत्रों में रोजगार के नए अवसर सृजित करने के लिए प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि पांच साल में 4 लाख सरकारी एवं 6 लाख निजी रोजगार के अवसर सृजित करने के क्रम में अब तक लगभग 92 हजार सरकारी नौकरियां दी जा चुकी हैं और 1.53 लाख से अधिक पदों पर भर्तियां प्रक्रियाधीन हैं। वहीं, निजी क्षेत्र में भी 2 लाख से अधिक रोजगार के अवसर प्रदान किए गए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार युवा नीति भी जल्द लाएगी।
शर्मा राज्य सरकार के दो वर्ष पूरे होने के अवसर पर गुरुवार को कॉमर्स कॉलेज में राज्य स्तरीय रोजगार मेले को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि ये रोजगार मेला सरकार की उस सोच का प्रतीक है जिसमें राज्य सरकार ने रोजगार, कौशल और उद्यमिता को प्राथमिकता दी है। इसमें निजी क्षेत्र के 20 से अधिक सेक्टर्स से जुड़े 100 से अधिक नियोक्ता भाग ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे रोजगार मेले हर जिले में निरंतर लगते रहेंगे और स्थानीय स्तर पर निरंतर रोजगार मिलता रहेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने दो वर्ष के कार्यकाल में एक भी पेपरलीक नहीं हुआ। वहीं, पूर्ववर्ती सरकार के समय में प्रदेश के युवाओं को पेपरलीक के कारण असहनीय पीड़ा झेलनी पड़ी। उन्होंने कहा कि 1893 में स्वामी विवेकानंद ने युवाओं से कहा था ‘उठो, जागो और तब तक नहीं रूको, जब तक लक्ष्य की प्राप्ति ना हो जाए’। उन्होंने कहा था 21वीं सदी भारत की होगी। आज प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत विश्वगुरू बनने की ओर तेजी से अग्रसर है।
शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार ने एक रोडमैप बनाकर गत दो वर्षों में पानी, बिजली, उद्योग, रोजगार सहित विभिन्न क्षेत्रों में प्राथमिकता के साथ कार्य किया। राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट में 35 लाख करोड़ रुपये के एमओयू किए गए, जिनमें से 8 लाख करोड़ रुपये के एमओयू की ग्राउंड ब्रेकिंग हो चुकी है। इससे युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर सृजित हो रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने लगभग 410 रोजगार सहायता शिविरों का आयोजन कर 1 लाख 11 हजार से अधिक बेरोजगार अभ्यर्थियों का रोजगार के लिए चयन किया। उन्होंने कहा कि युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने और उन्हें आर्थिक संबल प्रदान करने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री युवा संबल योजना संचालित की जा रही है। इस योजना से 4 लाख से अधिक युवा लाभान्वित हुए हैं, और 1 हजार 156 करोड़ की राशि बेरोजगारी भत्ते के रूप में वितरित की जा चुकी है।
कौशल, नियोजन एवं उद्यमिता मंत्री कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ ने कहा कि मरूधरा की मिट्टी के युवा मेहनती और अनुशासित हैं। निजी क्षेत्र की कंपनियां यहां के युवाओं को रोजगार का अवसर दे रही हैं। इसी कड़ी में यह रोजगार मेला आत्मनिर्भरता का द्वार है। प्रदेश में रोजगार शिविरों के माध्यम से निजी क्षेत्र में युवाओं को नौकरी मिली है। उन्होंने कहा कि राइजिंग राजस्थान समिट में 35 लाख करोड़ रुपये के एमओयू हुए। जिनमें से 8 लाख करोड़ रुपये से अधिक की राशि के एमओयू की ग्राउंड ब्रेकिंग हो चुकी है।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने निजी कंपनी में रोजगार प्राप्त करने वाले चयनित युवाओं को नियुक्ति पत्र प्रदान किए। उन्होंने विभिन्न कंपनियों की स्टॉल का अवलोकन किया और जानकारी ली। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी, डॉ. प्रेमचंद बैरवा, विश्वकर्मा कौशल विकास बोर्ड के अध्यक्ष रामगोपाल सुथार सहित बड़ी संख्या में युवा एवं निजी नियोक्ता उपस्थित रहे।
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हिन्दुस्थान समाचार / दिनेश

