अखिल भारतीय सफाई मजदूर कांग्रेस का प्रदेश स्तरीय अधिवेशन जयपुर में आयोजित
जयपुर, 17 जून (हि.स.)। अखिल भारतीय सफाई मजदूर कांग्रेस का प्रदेश स्तरीय अधिवेशन ऑडिटोरियम (साईस पार्क) विज्ञान उद्यान शास्त्री नगर जयपुर में आयोजित हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष गोविन्द भाई परमार (बम्बई) तथा विशिष्ट अतिथि राष्ट्रीय प्रधान महामंत्री सोहन सिंह व जयपुर सफाई कर्मचारी यूनियन के प्रधान नन्द किशोर डंडोरिया, पूर्व प्रधान सुरेश कल्याणी व कार्यक्रम की अध्यक्षता अखिल भारतीय सफाई मजदूर कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष सत्यनारायण भूमलिया ने की।
राष्ट्रीय अध्यक्ष गोविंद भाई परमार ने समाज में शिक्षा व रोजगार एवं एकता पर बल देते हुए कहा कि जब तक हम बाबा साहेब डॉ. बी. आर. अम्बेडकर के बताये मार्ग का अनुसरण नहीं करेगें,तब तक हमारा भला नहीं हो सकता है। विशिष्ट अतिथि के रूप में सोहन सिंह ने अपने सम्बोधन में संगठन की गतिविधियों के बारे में प्रकाश डाला उन्होंने कहा कि कुछ असामाजिक तत्व संगठन के बदनाम कर सामाजिक ताकत के बढ़ते वर्चस्व को रोकना चाहते है। अखिल भारतीय सफाई मजदूर कांग्रेस ट्रेड यूनियन सम्पूर्ण भारत में विधिवत रूप से राष्ट्रीय अध्यक्ष गोविन्द भाई परमार के नेतृत्व में सफाई कामगार वाल्मीकि समुदाय के अधिकारों के लिए संघर्षरत है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रदेशाध्यक्ष सत्यनारायण भूमलिया ने समस्त जिलों से आये प्रतिनिधियों,पदाधिकारियों को आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस माह में सफाई कर्मी भर्ती प्रक्रिया प्रारम्भ होने पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को धन्यवाद ज्ञापित करते है तथा राज्य में घोषित नई नगर पालिकाओं में सफाई कर्मियों के पद सृजित करने तथा सरकार द्वारा बजट में निर्धारित तीस हजार सफाई कर्मचारी पदों की भर्ती को मांग करते है। गैर वाल्मीकि समाज के कार्यरत सफाई कर्मचारियों से उनमें मूल पद पर कार्य करवाना । नियमित पदोन्नति करवाना, लंबित अनुकम्पा नियुक्तियों का निस्तारण करवाना, बकाया पेंशन प्रकरण, सेवा निवृत्ती परिलाओं का शीघ्र समाधान की मांग सरकार से की गई है। सफाई कर्मचारी यूनियन के प्रधान नंदकिशोर डंडोरिया व पूर्व प्रधान सुरेश कल्याणी ने सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि नई सफाई कर्मचारी भर्ती में अधिकतम वाल्मीकि समाज के पात्र अभ्यर्थियों को नियुक्ति मिलें क्योंकि गैर वाल्मीकि समाज के लोग सफाई का कार्य करते नहीं है। इससे समाज का दोहरा शोषण होता है। एक तो उनका रोजगार छिन रहा है। दूसरा उनके कार्य का बोझ बढ़ रहा है एवं सरकार को राजकोष की हानि हो रही है। अतः वंशानुगत परम्परागत सफाई कार्य करने वाले वाल्मीकी समाज को सफाई भर्ती में प्राथमिकता दी जाये। कार्यक्रम में सामाजिक कार्यकर्ता है शान्ति लाल जावा ने अपने सम्बोधन में कहा कि राज्य सरकार द्वारा स्वीकृत वाल्मीकी कल्याण कोष की सौ करोड़ राशि में जयपुर मुख्यालय पर वाल्मीकी छात्रावास का निर्माण करवाया जाये ताकि प्रदेश के छात्र-छात्राऐं उच्च स्तरीय अध्ययन कर सकें।
हिन्दुस्थान समाचार/ दिनेश सैनी/ईश्वर

