कांग्रेस में सहयोगी नेता को नाकारा और निकम्मा कहने की परंपरा: मदन राठौड़

जयपुर, 16 अप्रैल (हि.स.)। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने कांग्रेस के प्रवर्तन निदेशालय की कार्रवाई को लेकर किए जा रहे विरोध प्रदर्शन पर पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस का इतिहास जनता के पैसे की लूट का रहा है और जब उन पर कार्रवाई होने लगती है तो रोने धोने का ढोंग करने लग जाते है। राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस नेताओं ने अपराध नहीं किया है तो वे अपनी बात कोर्ट में रखे और जांच एजेंसियों को सहयोग करें। इसके लिए हंगामा और समर्थकों के साथ में बिना बात नौटंकी की कहां जरूरत है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष डोटासरा के बयान पर टिप्पणी करते हुए कहा कि ऐसा लगता है कि आज कल उनके बयान खिसियानी बिल्ली खंभा नौचे वाली कहावत को चरितार्थ कर रहे है। हमारे यहां परिवार भाव से पार्टी में काम होता है, उनके यहां एक परिवार के लिए काम किया जाता है। यहीं कारण है कि सोनिया—राहुल की करोड़ों रुपये की लूट पर पर्दा डालने के लिए विरोध प्रदर्शन की नौटंकी की जा रही है। उन्होंने कहा कि डोटासरा जी को आजकल कोई पूछ नहीं रहा है, इसलिए वे अनर्गल प्रलाप करने लगे है। कांग्रेस में ही अपने सहयोगी एवं समकक्ष नेता को ''नाकारा और निकम्मा'' कहने की परंपरा है और अध्यक्ष की नेमप्लेट को उखाड फेंकने का रिवाज है। राहुल गांधी ने तो सदन में बिल के पैपर्स तक फाड़ दिए थे, इस प्रकार की अनुशासनहीनता कांग्रेस में ही देखने को मिल सकती है। भाजपा में कार्यकर्ता एक दूसरे का पूरक होता है, इसलिए वो हमारी चिंता ना करें।
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हिन्दुस्थान समाचार / दिनेश