राज्य में एलएनजी प्लांट लगाने की संभावनाएं तलाशना आरंभ
जयपुर, 4 मार्च (हि.स.)। राजस्थान स्टेट गैस ने राज्य में एलएनजी प्लांट लगाने की संभावनाएं तलाशना आरंभ कर दी है। यह जानकारी सोमवार को यहां सचिवालय में खान सचिव आनन्दी की अध्यक्षता में राजस्थान स्टेट गैस के संचालक मण्डल की बैठक में दी गई। एलएनजी प्लांट लगने से राज्य में एलएनजी वाहनों की भविष्य की ईंधन मांग को राज्य से ही पूरा किया जा सकेगा। लंबी दूरी के माल वाहनों और माइंनिंग सेक्टर के वाहनों की ईंधन की जरुरत इस एलएनजी ईंधन से भी हो सकेगी।
आरएसजीएल की चेयरपर्सन आनन्दी ने कहा कि राजस्थान गैस को अपने कार्यों में विविधिकरण लाने की कार्ययोजना बनानी होगी। सीएनजी और डीपीएनजी वितरण नेटवर्क के साथ ही बायोगैस का उत्पादन कर वितरण और एलएनजी जैसे नए क्षेत्र में प्रवेश करना होगा। उन्होंने आरएसजीएल के कार्यों की सराहना करते हुए कोटा में घरेलू पाइप लाईन से गैस वितरण व्यवस्था से नए परिवारों को जोड़ने के लिए अभियान चलाया जाये। उन्होंने औद्योगिक व व्यावसायिक क्षेत्र की नई इकाइयों को सीएनजी-पीएनजी का लाभ और कम लागत की जानकारी देते हुए नए कनेक्शनों के लिए प्रोत्साहित किया जाए।
आरएसजीएल के प्रबंध संचालक रणवीर सिंह ने बताया कि राज्य में दो नए सीएनजी स्टेशन लगाने कीे योजना है वहीं फरवरी माह तक प्रदेश में आरएसजीएल द्वारा ओसतन 47390 स्टेण्डर्ड क्यूबिक मीटर गैस प्रतिदिन उपलब्ध कराई गई है जो एक नया रिकार्ड है। आरएसजीएल द्वारा गत वितीय वर्ष में औसतन 45440 एससीएमडी गैस प्रतिदिन उपलब्ध कराई गई थी। रणवीर सिंह ने बताया कि आरएसजीएल द्वारा कोटा, नीमराना व कूकस में कारोबार बढ़ाने, नए लोगों को जोड़ने और नवाचार की दिशा में कदम बढ़ाये जा रहे हैं।
हिन्दुस्थान समाचार/ दिनेश/संदीप
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