एसएमएफजी इंडिया क्रेडिट छठां 10 फरवरी को करेगा वार्षिक पशु विकास दिवस का आयोजन
जयपुर, 9 फ़रवरी (हि.स.)। एनबीएफसी में से एक एसएमएफजी इंडिया क्रेडिट कंपनी लिमिटेड (पूर्व में फुलर्टन इंडिया क्रेडिट कंपनी लिमिटेड) 10 फरवरी को अपने छठें पशु विकास दिवस (पीवीडी) आयोजित करेगी। एक लाख से अधिक मवेशियों को आवश्यक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए ये शिविर 15 राज्यों में 450 से अधिक स्थानों पर एक साथ आयोजित किए जाएंगे।
राजस्थान में पशु विकास दिवस 56 स्थानों पर आयोजित किया जाएगा और इसमें 12 हजार से अधिक मवेशियों को आवश्यक स्वास्थ्य देखभाल सेवाएं प्रदान की जाएगी। प्रत्येक शिविर में स्थानीय पशु चिकित्सकों द्वारा मवेशियों की मुफ्त जांच, मवेशियों के लिए मुफ्त दवा, टीकाकरण और दुधारू जानवरों की उत्पादकता बढ़ाने पर सलाह जैसी सेवाएं दी जाएंगी। पिछले साल राजस्थान में कंपनी ने 41 स्थानों पर शिविर आयोजित किए थे और 11 हजार 804 मवेशियों को आवश्यक स्वास्थ्य देखभाल सेवाएं प्रदान की थीं।
एसएमएफजी इंडिया क्रेडिट के चीफ एक्जीक्यूटिव ऑफिसर और मैनेजिंग डायरेक्टर शांतनु मित्रा ने बताया कि भारत में 8 करोड़ से अधिक परिवार सीधे तौर पर डेयरी क्षेत्र से जुड़े हुए हैं और इनमें महिलाएं 70% कार्यबल का प्रतिनिधित्व करती हैं। इन महिलाओं की भूमिका के सम्मान के लिए छठां पशु विकास दिवस 'डेयरी फार्मिंग में महिलाएं' के रूप में मनाया जाएगा। पशु विकास दिवस में देशभर के 4,000 से अधिक कर्मचारियों की सक्रिय भागीदारी रहेगी। एसएमएफजी इंडिया क्रेडिट के चीफ बिजनेस ऑफिसर अजय पारीक ने बताय कि राजस्थान में पीवीडी के माध्यम से हम 56 स्थानों पर समुदाय तक पहुंचेंगे और 12 हजार से अधिक मवेशियों को महत्वपूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करेंगे, जो डेयरी फार्मिंग क्षेत्र पर दीर्घकालिक और सार्थक प्रभाव डालने की हमारी प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करता है। पीवीडी को भारत भर में आयोजित सबसे बड़े एकल दिवसीय पशु विकास दिवस के लिए 2015 लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में शामिल किया गया था। 2018 में बेस्ट ऑफ इंडिया रिकॉर्ड्स द्वारा विश्व के सबसे बड़े एकल दिवसीय पशु विकास दिवस के रूप में और 2019 और 2023 में वर्ल्ड बुक्स ऑफ रिकॉर्ड्स द्वारा एकल दिवसीय पशु विकास दिवस के रूप में शामिल किया गया था।
उन्होंने बताया कि सीएसआर पहल में मोबाइल हेल्थ वैन (एमएचवी) एक प्रमुख कार्यक्रम है। हम देशभर में 17 एमएचवी संचालित करते हैं और चार लाख से अधिक रोगियों को स्वास्थ्य सेवाएं दे चुके हैं। हमारा हमारा वित्तीय साक्षरता कार्यक्रम सखी, ग्रामीण इलाकों में महिलाओं के लिए वित्तीय जागरूकता से समावेशन तक की यात्रा करने और उनके सामाजिक-आर्थिक सशक्तिकरण की ओर ले जाने वाले प्रमुख सीएसआर कार्यक्रमों में से एक है। अपने पांचवें वर्ष में सखी 5.0 छह राज्यों में 15 ग्रामशक्ति शाखाओं में चलाया जा रहा है और 150 से अधिक सखी मास्टर प्रशिक्षकों ने 60 हजार से अधिक महिलाओं को प्रशिक्षित किया है।
हिन्दुस्थान समाचार/रोहित/ईश्वर
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