राजस्थान इतिहास के देशज स्रोत विषयक राष्ट्रीय सेमिनार शुरू
जोधपुर, 02 मार्च (हि.स.)। भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद नई दिल्ली व राजस्थानी शोध संस्थान चौपासनी जोधपुर के संयुक्त तत्वावधान में शनिवार सुबह राजस्थानी शोध संस्थान चौपासनी में राजस्थान इतिहास के देशज स्रोत विषयक दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का उद्घाटन समारोह आयोजित किया गया।
राजस्थानी शोध संस्थान चौपासनी के सहायक निदेशक डॉ. जितेंद्र सिंह भाटी ने बताया कि गजसिंह की अध्यक्षता व भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद नई दिल्ली के निदेशक डॉ. राजेश कुमार के मुख्य आतिथ्य एवं इतिहास विभाग कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय हरियाणा के पूर्व विभाग अध्यक्ष प्रो रविंद्र कुमार शर्मा के विशिष्ट आतिथ्य में उद्घाटन समारोह आयोजित किया गया। इस दौरान एक पुस्तक का विमोचन भी किया गया। इस दौरान रावल किशन सिंह जसोल, प्रो. रविन्द्र कुमार शर्मा, छोटू सिंह भाटी आदि उपस्थित रहे। सेमिनार के अगले सत्र में राजस्थान के इतिहास के विभिन्न स्रोतों के संबंध इतिहासकारों ने अपने-अपने शोध पत्रों का वाचन किया। सेमिनार में राजस्थान इतिहास के देशज स्रोत, ख्यात, बात साहित्य, विगत, विभिन्न पूर्व रियासतों की बहियां, ठिकानों के रिकार्ड्स, रासो, प्रकाश, विलास, वचनिया, दवावेत, अभिलेख एवं सिक्कों आदि से संबंधित मंथन व चर्चा की गई। राष्ट्रीय सेमिनार में दिल्ली, कुरुक्षेत्र, अलीगढ़, गुजरात, मध्य प्रदेश, जयपुर, उदयपुर, अजमेर, बीकानेर, झालावाड़, मेड़ता आदि क्षेत्रों सहित स्थानीय इतिहासकार भाग ले रहे है। सेमिनार के दूसरे दिन तीन मार्च को दोपहर 3.30 बजे चौपासनी शिक्षा समिति के अध्यक्ष रावल किशन सिंह जसोल की अध्यक्षता व इतिहास विभाग जामिया मिलिया इस्लामिया विवि नई दिल्ली के पूर्व विभाग अध्यक्ष प्रो आरपी बहुगुणा के मुख्य आतिथ्य व महाराजा गंगासिंह विवि बीकानेर के इतिहास विभाग के पूर्व विभाग अध्यक्ष प्रो शिवकुमार भनोत के विशिष्ट आतिथ्य में समापन समारोह आयोजित होगा।
हिन्दुस्थान समाचार/सतीश/संदीप
हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्वाइन करने के लिये यहां क्लिक करें, साथ ही लेटेस्ट हिन्दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लिये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लिये यहां क्लिक करें।