कबीर, बुलेशाह व निर्गुणी भजनों के साथ रिफ का समापन
जोधपुर, 30 अक्टूबर (हि.स.)। जोधपुर राजस्थान इंटरनेशनल फोक फेस्टिवल (रिफ) के 16वें सीजन का सोमवार को समापन हुआ। अलसुबह जसवंतथड़ा पर कबीर, बुलेशाह व निर्गुणी भजनों के साथ हुई लास्ट परफॉर्मेंस का देसी-विदेशी पर्यटकों ने लुत्फ उठाया।
मेहरानगढ म्यूजियम ट्रस्ट की ओर से आयोजित जोधपुर रिफ के अंतिम दिन जसवन्त थड़ा पर सुबह 5.30 बजे रिफ डॉन के तहत हरप्रीत तथा शर्मा बंधुओं द्वारा कबीर, बुलेशाह व अन्य निर्गुणी कविता तथा भजन ने श्रोताओं को रुहानी एहसास करवाया। इसी के साथ जोधपुर रिफ के सोलहवें संस्करण का समापन हो गया। उन्होंने अपनी प्रतिभाशाली व मखमली मधुर सुर लहरी सेे प्रात:कालीन वातावरण को कर्णप्रिय संगीत से मंत्रमुग्ध कर दिया। पूर्ण लय व ताल के साथ संगीत की प्रस्तुति देकर उन्होंने भारत के प्राचीन व वैश्विक संगीत से आमजन का परिचय कराया। अपने आध्यात्मिक व मनमोहक सुरों से उत्कृष्ट गायन व भावपूर्ण स्वरों से इन लोक कलाकारों ने उपस्थित जनसमूह की दाद बटोरी। जोधपुर रिफ महोत्सव के निदेशक दिव्य भाटिया ने बताया कि फेस्टिवल में विश्व के कई नामचीन संगीतकार व कलाकार अपनी कला का प्रदर्शन किया। इस पांच दिन के संगीत महोत्सव में शहरवासी व अन्य लोग ना केवल विश्व स्तरीय संगीत सुन पाए बल्कि जड़ों को भी समझ पाए। जोधपुर रिफ महोत्सव में भारत सहित विभिन्न देशों के 250 से अधिक म्यूजिशियन एवं कलाकारों ने संगीत लहरियों को बिखेरा। इस बार रिफ में फ्रांस, आस्ट्रेलिया, केबो वर्ड, इटली, एस्टोनिया सहित भारत के विभिन्न प्रांतों के लोक कलाकारों ने भाग लिया।
हिन्दुस्थान समाचार/सतीश/संदीप
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