जेएलएन अस्पताल के रेजीडेंट डॉक्टरों ने दूसरे दिन भी किया दो घंटे कार्य बहिष्कार
अजमेर, 15 अक्टूबर (हि.स)। अजमेर के जवाहरलाल नेहरू चिकित्सालय के रेजीडेंट चिकित्सकों ने मंगलवार सुबह 9 से 11 बजे तक दो घंटे कार्य का बहिष्कार कर राज्य सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया। रेजीडेंट डॉक्टरों ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा उनकी मांगों पर समय रहते ध्यान नहीं दिया गया तो बुधवार से कार्य बहिष्कार का समय दो के बजाय तीन घंटे किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस दौरान इमरजेंसी सर्विस चालू रहेगी।
जेएलएन के रेजीडेंट डॉक्टर्स प्रतिनिधि डॉ दिलराज मीणा ने हॉस्पिटल के आउटडोर गेट पर एकत्र होकर अनेक साथियों के साथ प्रदर्शन किया।
उन्होंने बताया कि राज्य सरकार से 52 दिन पूर्व जो भी समझौता हुआ था राज्य सरकार ने अभी तक उनमें से किसी पर भी अमल नहीं किया है। पूर्व में हुई वार्ताओं पर भी कोई सकारात्मक परिणाम नहीं रहा। सरकार ने अभी वार्ता की कोई पहल भी नहीं की है। डॉ मीणा ने बताया कि चिकित्सकों की सुरक्षा, स्टाइफण्ड, तनख्वाह, साफ—सफाई, विभिन्न 12 विषयों में जेएस और एसएस की पोस्ट क्रिएट करने, चिकित्सकों से बांड भरवाए जाने संबंधित विषयों पर निर्णय अपेक्षित हैं। सरकार ने पूर्व में जब समझौता किया था उसे आज तक लागू नहीं किया। प्रदेश के रेजीडेंट डॉक्टरों ने इस सरकार की वादा खिलाफी करार दिया है और आगे आंदोलन करने का निर्णय किया है। उन्होंने बताया कि इसके अलावा कोलकाता में महिला चिकित्सक के साथ रेप और हत्या के मामले में भी वहां की ममता बनर्जी सरकार ने वादाखिलाफी की है। वहां के रेजीडेंट डॉक्टर न्याय के लिए संघर्ष कर रहे हैं वे अपना समर्थन उन्हें व्यक्त कर रहे हैं। भविष्य में जब भी राष्ट्रीय या राज्य स्तर पर कॉल होगा वे आंदोलन की राह पर होंगे। मंगलवार को चिकित्सकों की हड़ताल से मरीजों को सुबह काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। अस्पताल में आउटडोर में रोगियों की लम्बी कतारे लग गईं। बुधवार से कार्य बहिष्कार तीन घंटे का रहेगा।
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हिन्दुस्थान समाचार / संतोष
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