भारत विकास परिषद उत्तर पश्चिम क्षेत्र राजस्थान प्रदेश का क्षेत्रीय महिला संस्कार सम्मेलन संपन्न,
बीकानेर, 15 सितंबर (हि.स.)। भारत विकास परिषद उत्तर पश्चिम क्षेत्र (राजस्थान प्रदेश) का क्षेत्रीय महिला संस्कार सम्मेलन श्रीविधा का आयोजन राजस्थान उत्तर प्रांत के आतिथ्य व मीरा शाखा बीकानेर द्वारा रविवार को पार्क पैराडाइज होटल बीकानेर में किया गया।
क्षेत्रीय अध्यक्ष डॉक्टर त्रिभुवन शर्मा ने बताया कि प्रथम स्वर्णिम सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में बीकानेर की एसपी तेजस्विनी गौतम व भारतीय विकास परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री दुर्गादत्त शर्मा का मार्गदर्शन मिला।
एसपी ने पुलिस में महिलाओं की भागीदारी का जिक्र करते हुए कहा कि इस विभाग में महिलाओं की संख्या काफी सीमित है इनको भी बढ़ावा देना चाहिए। महिलाएं हर क्षेत्र में अग्रणी भूमिका में रहती है तो सामाजिक संतुलन बना रहता है।
सृजनिका सत्र सम्मेलन में सुमन मालीवाल, जेल अधीक्षक केन्द्रीय कारागृह बीकानेर ने कहा कि महिलाएं स्व को जाग्रत करे व आत्मविश्वास बढाए और वर्तमान परिदृश्य मे आत्मरक्षार्थ प्रशिक्षण लेवे।
राष्ट्रीय महामंत्री दुर्गादत्त शर्मा ने बताया कि संगठन में राष्ट्रीय स्तर पर महिलाओ की सक्रियता बढी है। राष्ट्रीय कोर ग्रुप में पहली बार महिला का प्रतिनिधित्व हुआ है।
क्षेत्रीय महासचिव सीए संदीप बाल्दी ने बताया कि पूरे राजस्थान प्रदेश से 400 से अधिक महिलाओं ने भाग लेने से पहले अपना ऑनलाइन पंजीयन करवा कर इस सम्मेलन में भाग लिया। सम्मेलन में प्रदेश भर में हो रहे महिला सहभागीता के कार्यों की चर्चा व समीक्षा की गई, साथ ही भविष्य के लिए विभिन्न योजनाओं पर विचार विमर्श हुआ।
क्षेत्रीय सचिव व कार्यक्रम संयोजिका शशि चुग ने बताया कि सम्मेलन के लिए सभी तैयारियां की गई थी और विभिन्न व्यवस्थाओं हेतू समितियां का गठन कर कार्यों का वितरण किया गया था वह सभी कार्य समयबद्ध तरीके से चले। उन्होंने बताया कि सम्मेलन में नृत्य नाटिका के माध्यम से महिला आत्मनिर्भरता एवं आत्मरक्षा व एनीमिया मुक्त भारत प्रकल्प का प्रदर्शन किया गया।
प्रांतीय अध्यक्ष रितेश अरोड़ा ने बताया कि इस संस्कार सम्मेलन को राजस्थान उत्तर प्रांत की मीरा शाखा द्वारा आयोजित किया गया और चार सत्रों में सम्पन्न हुई।
प्रांतीय महिला संयोजिका डॉक्टर दीप्ति वाहल व मीरा शाखा अध्यक्ष ऋतु मित्तल ने बताया कि महिलाओं में नेतृत्व क्षमता को बढ़ाने व समाज में समान अवसर प्रदान करने के लिए ज़ोर दिया। तृतीय सत्र अनंत प्रभा सत्र रहा जिसमें सातों प्रांत की महिला संयोजिका को अपने मन की बात रखने और एक अन्य वक्ता को समसामयिक विषय पर चर्चा करने हेतु सत्र रखा गया। सभी ने उन्मुक्त भाव से अपने अपने विषय रखे, साथ ही प्रबोधिनी प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता के माध्यम से भारत विकास परिषद की जानकारी से संबंधित प्रतियोगिता में भी भाग लिया। सम्मेलन के अंतिम सत्र शोर्यावती सत्र में प्रदेश में महिला सहभागिता के क्षेत्र में श्रेष्ठ कार्य कर रही 35 शाखाओं एवं भामाशाहों का सम्मान किया गया। जिसमें उत्तर प्रांत से तीन शाखाओं मीरा शाखा बीकानेर, डीडवाना शाखा व थर्मल शाखा सूरतगढ को सर्वश्रेष्ठ कार्यो के लिए सम्मानित किया गया। उन्होंने बताया कि इस संस्कार सम्मेलन में सभी शाखाओं की महिलाओं ने अधिक उत्साह से भाग लिया। अंत में क्षेत्रीय संयुक्त महासचिव विनोद आढा ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
कार्यक्रम में सातों प्रांतो की महिला प्रमुख व रीजनल व प्रांतीय दायित्व धारी उपस्थित रहे।
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हिन्दुस्थान समाचार / राजीव
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