रामनवमी पर राजस्थान में भक्ति और उल्लास का माहौल, मंदिरों में उमड़ा जनसैलाब



जयपुर, 6 अप्रैल (हि.स.)। रामनवमी के पावन अवसर पर रविवार को पूरे राजस्थान में भक्ति, उल्लास और संस्कृति की अद्भुत झलक देखने को मिल रही है। जयपुर से लेकर डूंगरपुर तक और जोधपुर से उदयपुर तक, हर जिले में भगवान राम के जन्मोत्सव को भव्यता के साथ मनाया जा रहा है। मंदिरों में विशेष सजावट की गई और शोभायात्राओं के साथ पूरा प्रदेश राममय हो गया।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने चैत्र नवरात्रि के नवें दिन मुख्यमंत्री निवास स्थित राजराजेश्वरी मंदिर में मां सिद्धिदात्री की पूजा कर कन्या पूजन किया और कन्याओं को भोजन कराया। राजधानी जयपुर में रामनवमी पर पारंपरिक शोभायात्रा सूरजपोल अनाज मंडी से शुरू होकर चांदपोल बाजार स्थित प्राचीन श्रीरामचंद्रजी मंदिर तक निकाली गई। शोभायात्रा में रंग-बिरंगी झांकियां, भजन-कीर्तन और बैंड-बाजों की धुन पर झूमते श्रद्धालुओं का उत्साह देखते ही बन रहा था। सुबह ठाकुरजी महाराज का पंचामृत अभिषेक हुआ, दोपहर में राजभोग आरती के बाद शाम को 101 तोपों की सलामी के साथ महाआरती आयोजित हुई, जिसमें राज्यपाल हरिभाऊ बागडे और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने भाग लिया। रामनवमी के मौके पर कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए जयपुर कमिश्नरेट में 13 एडिशनल डीसीपी और 1,000 अतिरिक्त पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया। नॉर्थ जिले में मुख्य शोभायात्रा के लिए विशेष सुरक्षा इंतजाम किए गए, जिसमें 11 एडिशनल डीसीपी, 5 एसीपी, 16 इंस्पेक्टर सहित सैकड़ों जवानों की तैनाती रही।
टोंक में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शोभायात्रा निकाली गई। इसके बाद सैकड़ों श्रद्धालुओं ने सामूहिक रूप से हनुमान चालीसा का पाठ किया। वहीं सीकर के रघुनाथ मंदिर में दोपहर 12:30 बजे जन्मोत्सव आरती की गई और शाम को विशाल शोभायात्रा निकाली गई जिसमें 7 बड़े डीजे शामिल रहे। डूंगरपुर की शोभायात्रा विशेष आकर्षण का केंद्र रही, जहां बादल महल से निकलकर 3.5 किमी की यात्रा के पूरे रास्ते में रंगोली सजाई गई। यह वही रंगोली है जो पहले 'गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स' में दर्ज हो चुकी है। इसे फिर से रिकॉर्ड दर्ज कराने के लिए तैयार किया गया। शोभायात्रा में 51 घोड़े, बग्गियां, 50 से अधिक डीजे और बैंड शामिल हुए। उदयपुर में बजरंग सेना और बजरंग दल की ओर से भव्य शोभायात्रा निकाली गई, जिसमें भगवान राम, लक्ष्मण, सीता और हनुमान की झांकियां बग्गियों में सजाई गई थीं। युवा अखाड़ा भी इसमें प्रदर्शन करता नजर आया। वहीं जोधपुर में समस्त लखारा समाज युवा संगठन की शोभायात्रा में भगवान केदारनाथ की झांकी विशेष आकर्षण का केंद्र रही।
दौसा के मेहंदीपुर बालाजी धाम में रामनवमी की धूम देखने लायक रही। सीताराम मंदिर को 56 प्रकार के केक से सजाया गया और भगवान रामलला का 121 किलो पंचामृत से अभिषेक कर छप्पन भोग अर्पित किया गया। इस आयोजन में महंत डॉ. नरेशपुरी महाराज ने महाआरती कराई।
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हिन्दुस्थान समाचार / अखिल