राज विस चुनाव: पूर्व सीएम राजे की सक्रियता से भगवा खेमे को मिली नई संजीवनी

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राज विस चुनाव: पूर्व सीएम राजे की सक्रियता से भगवा खेमे को मिली नई संजीवनी


धौलपुर , 26 अक्टूबर (हि.स.)। पार्टी में किसी बात पर रूठे हुए लोगों को मनाने की कवायद। कार्यकर्ताओं से चुनावी फीडबैक के बाद सीधा संवाद। भाजपा प्रदेश कार्यालय में टिकट वितरण पर मंथन और मरुधरा में भारतीय जनता पार्टी को फिर से सत्ता पर का काबिज करने का आह्वान। यह एक बानगी भर है पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की सूबे कर राजनीति में बढती सक्रियता की। सूबे में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले आशा के अनुरूप पार्टी के प्रति समर्पण और पुराने तेवरों के साथ सक्रिय हुई राजे ने धौलपुर जिले और भरतपुर संभाग में हाशिए पर पहुंची भाजपा को एक बार फिर से संजीवनी दे दी है। धौलपुर जिले सहित समूचे भरतपुर सांभाग में बीते चुनाव में भाजपा के प्रदर्शन पर गौर करें, तो पूरे पूरे भरतपुर संभाग में भाजपा को सिर्फ एक सीट से संतोष करना पड़ा था। हालात ऐसे रहे की भरतपुर संभाग के तहत आने वाले भरतपुर, करौली और सवाई माधोपुर जिलों में भाजपा का खाता तक नहीं खुला था। पूरे भरतपुर संभाग में धौलपुर जिले की धौलपुर विधानसभा सीट पर भाजपा की शोभारानी कुशवाहा की जीत से मिली थी। वर्ष 2018 के इस चुनाव में भरतपुर संभाग में भाजपा को करारी हार का सामना करना पड़ा था और ज्यादातर सीटों पर मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के प्रत्याशी जीते थे। इसके साथ ही इस विधानसभा चुनाव के जरिए पूर्वी राजस्थान से बहुजन समाज पार्टी ने भी विधानसभा में अपना खाता खोला था। वर्ष 2018 के चुनाव परिणाम तथा संभाग में भाजपा के प्रदर्शन पर गौर करें तो धौलपुर जिले की बाड़ी विधानसभा से कांग्रेस के गिर्राज सिंह मलिंगा, बसेड़ी से कांग्रेस के खिलाड़ी लाल बेरवा तथा राजाखेड़ा विधानसभा सीट से कांग्रेस के रोहित बोहरा चुनाव जीते थे। जबकि धौलपुर विधानसभा सीट पर भाजपा की शोभारानी कुशवाह ने जीत दर्ज की थी। लेकिन राज्यसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी के विरुद्व क्रास वोटिंग करने पर भाजपा द्वारा निष्कासित धौलपुर विधायक शोभारानी कुशवाहा ने भी अब कांग्रेस का दामन थाम लिया है। ऐसे में वर्तमान में भरतपुर संभाग में विधायक की नुमाइंदगी के लिहाज से भाजपा शून्य पर है।

इसी प्रकार भरतपुर जिले के तहत आने वाले बयाना विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के अमर सिंह, भरतपुर सीट से राष्ट्रीय लोकदल के डा. सुभाष गर्ग, डीग-कुम्हेर से कांग्रेस के विश्वेंद्र सिंह, कामां से कांग्रेस की जाहिदा खान, नदबई से बसपा के जोगेंद्र सिंह अवाना, नगर से बसपा के वाजिब वाली तथा वैर से कांग्रेस के भजनलाल जाटव विजयी रहे थे। भरतपुर संभाग के तहत आने वाले करौली जिले की हिंडौन विधानसभा सीट से कांग्रेस के भरोसी लाल जाटव, करौली सीट से बसपा के लखन सिंह, सपोटरा से कांग्रेस के रमेश मीणा एवं टोडाभीम से कांग्रेस के पृथ्वीराज चुनाव जीते थे। वहीं, सवाई माधोपुर जिले के बामनवास सीट पर कांग्रेस की इंदिरा, गंगापुर से निर्दलीय रामकेश, खंडार से कांग्रेस के अशोक तथा सवाई माधोपुर से कांग्रेस के दानिश अबरार विजयी रहे थे।

मरुधरा कहे जाने वाले राजस्थान में सीएम फेस की घोषणा को लेकर राजे और पार्टी आलाकमान के बीच काफी समय से कथित शीत युद्ध चल रहा था। लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने राजस्थान के विभिन्न इलाकों में स्थित लोक तीर्थ की अपनी देव दर्शन यात्रा के माध्यम से जुटाई के भीड़ के जरिए पार्टी आला कमान को साफ संकेत दिया कि मरुधरा में जनमानस में उनकी गहरी पैठ है। भाजपा की परिवर्तन संकल्प यात्रा में भी तमाम कोशिशों के बाद भी आशा के मुताबिक भीड़ नहीं जुटने के बाद पार्टी आला कमान ने राजे को मना ही लिया। राजनीति के जानकारों के मुताबिक राजे और पार्टी आला कमान के बीच चल रहे कथित शीतयुद्ध पर अब विराम लग गया है,ऐसा लगता है। बीते दिनों दिल्ली में पार्टी आलाकमान के साथ राजे की बैठकों का सकारात्मक असर ही है कि राज्य में विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा की पहली लिस्ट में टिकट पाने से वंचित रहे राजे समर्थकों को दूसरी लिस्ट में एडजस्ट किया गया है। वहीं, दूसरी लिस्ट में उनके समर्थकों को टिकट दी गई है। यही नहीं पूर्व सीएम राजे ने गुरुवार को भाजपा प्रदेश कार्यालय में भाजपा की तीसरी लिस्ट को लेकर प्रदेश प्रभारी प्रहलाद जोशी के साथ में टिकिट वितरण पर मंथन भी किया है। इस साल के आखिर में 25 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव में भरतपुर संभाग में भाजपा पर अपनी पुरानी साख बचाने तथा भाजपा को अधिक से अधिक सीट जिताने की जिम्मेदारी है। बीते समय में पूरे संभाग में भाजपा संगठन में हुए लगातार बदलावों से भाजपा में गुटबाजी चरम पर दिखाई पड़ी। लेकिन अब चुनाव के ठीक पहले पूर्व मंत्री एवं धौलपुर की बहू कही जाने वाली वसुंधरा राजे के सक्रिय होने से पार्टी में एक बार फिर से एकजुटता दिखाई पड़ रही है। बीते दिनों पूर्व मुख्यमंत्री राजे ने जिस प्रकार से भरतपुर संभाग के धौलपुर एवं भरतपुर समेत अन्य जिलों में कार्यकर्ताओं से सीधा संवाद कर उनसे चुनावी फीडबैक लेकर उन्हें जीत का मंत्र दिया है। उससे ऐसा माना जा रहा है कि भाजपा को भरतपुर संभाग में राजे के सक्रिय होने के बाद नई संजीवनी मिली है। वही, इस संवाद के दौरान राजे ने अपने चिरपरिचित अंदाज में कार्यकर्ताओं से वैन-टू-वन मुलाकात कर उन्हें भरतपुर संभाग सहित पूरे प्रदेश में भाजपा को एक बार फिर से सत्ता पर काबिज करने का मंत्र दिया है। जिसको देखते हुए अब भगवा खेमे में नई ऊर्जा का संचार देखा जा रहा है।

हिन्दुस्थान समाचार/ प्रदीप/संदीप

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