बाजरा उत्पादन में राजस्थान का देश में प्रथम स्थान- अध्यक्ष, राजस्थान किसान आयोग

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बाजरा उत्पादन में राजस्थान का देश में प्रथम स्थान- अध्यक्ष, राजस्थान किसान आयोग


जयपुर, 20 मार्च (हि.स.)। राजस्थान किसान आयोग के अध्यक्ष सी.आर. चौधरी ने कहा कि मिलेट्स का विश्व में सबसे अधिक उत्पादन भारत में किया जाता है और भारत में मिलेट्स के उत्पादन में राजस्थान सबसे अग्रणी राज्य है। राजस्थान बाजरे के क्षेत्रफल व उत्पादन में देशभर में प्रथम स्थान पर है। भारत में बाजरा उत्पादन में प्रदेश की लगभग 42 प्रतिशत हिस्सेदारी है।

किसान आयोग अध्यक्ष सी.आर. चौधरी गुरुवार को कृषि अनुससंधान संस्थान, दुर्गापुरा जयपुर में अयोजित श्री अन्न पर एक दिवसीय कार्यशाला को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि ज्वार के क्षेत्रफल और उत्पादन में राज्य का तीसरा स्थान है। प्रदेश के दक्षिणी जिलों में अन्य मिलेट्स सावां, कांगनी, कोदों आदि भी बोये जाते है।

उन्होंने कहा कि श्री अन्न स्वास्थ्य के लिए बहुत उपयोगी है। श्री अन्न पौष्टिकता के साथ-साथ विषम परिस्थितियों में भी पैदा होने वाला अन्न है। मिलेट्स का ग्लायसेनिक इन्डेक्स तुलनात्मक रूप से कम होता है इसलिए बाजरा आदि मिलेट्स कुपोषण एवं बीमारियों यथा मोटापा, हृदय से सम्बन्धित बीमारियों, मधुमेह जैसी बीमारियों के बचाव में सहायक है।

सी.आर. चौधरी ने बताया कि आजकल युवाओं में भी मिलेट्स के प्रति रूझान बढ़ने लगा है। मुख्य खाद्य पदार्थ रोटी, ब्रेड, दलिया, स्नैक्स, मिलेट न्यूट्री पाउडर आदि में मिलेट्स का उपयोग होने लगा है। मिलेट्स के बिस्किट, नमकीन, कुरकुरे आदि बाजार में मिलने लगे हैं। इसके साथ-साथ डोसा, पैन केक, उत्पम और चोकलेट जैसे व्यंजन भी बनने लगे हैं। पश्चिमी राजस्थान में आज भी बाजरी वर्षभर मुख्य खाद्यान्न के रूप में खाई जाती है।

जिला प्रमुख रमा चौपड़ा ने कहा कि मिलेट्स पोषणीय आधार पर अन्य खाद्यान्नों की अपेक्षा बेहतर माने जाते हैं। इनके उपयोग से कुपोषण, मोटापा, डायबिटीज आदि से बचाव में सहायता प्राप्त होती है। राजस्थान में पहले भोजन मिलेट्स आधारित होता था। आर्युवेद में मिलेट्स यानि मोटे अनाज को तृृणधान्ये कहा गया है, यानि जो जल्दी तैयार होते हैं।

इस दौरान निदेशक (आत्मा) डॉ. सुवालाल जाट, अतिरिक्त निदेशक कृषि (विस्तार) एस.एस. शेखावत, निदेशक अनुसंधान कृषि डॉ. हरफूल सिंह, मिलेट्स विकास निदेशालय से डॉ. ओ.पी. खेदड़, निदेशक (श्याम) हीरेन्द्र कुमार शर्मा, अतिरिक्त निदेशक कृषि (विस्तार) जयपुर पी.सी. बुनकर, वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक, शोधकर्ता, विभागीय अधिकारी और किसान उपस्थित रहे।

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हिन्दुस्थान समाचार / अखिल

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