आरएमएससी की प्रबंध निदेशक ने औषधि भण्डार गृहों में चल रहे सिविल कार्यों की समीक्षा
जयपुर, 21 मार्च (हि.स.)। राजस्थान मेडिकल सर्विसेज कॉरपोरेशन (आरएमएससी) की प्रबंध निदेशक नेहा गिरि ने जिला औषधि भण्डार गृहों के सिविल कार्यों में देरी पर संबंधित अधिकारियों एवं ठेकेदार को नोटिस जारी करने को कहा हैं।
गिरि ने यह जिला औषधि भण्डार गृहों तथा कोटा एवं जयपुर के मेडिकल कॉलेज के औषधि भण्डार गृहों में करवाए जा रहे सिविल कार्यों की समीक्षा के दौरान बताया। उन्होंने कहा कि आमजन को दवाओं की समुचित उपलब्धता तथा आवश्यक दवा सूची में दवाओं की संख्या में बढ़ोतरी के कारण भण्डारण की समस्या के निवारण के लिए प्रदेश के विभिन्न औषधि भण्डार गृहों में सिविल कार्य कराए जा रहे हैं। संबंधित अधिकारी सुनिश्चित करें कि यह सभी सिविल कार्य समय पर पूरे हों।
प्रबंध निदेशक ने इन निर्माण कार्यों की गहन समीक्षा की और समस्त 27 जिला औषधि भण्डार गृहों एवं कोटा तथा जयपुर मेडिकल कॉलेज के औषधि भण्डार गृहों पर किये जा रहे कार्यों की प्रगति की विस्तार से जानकारी ली। उन्होंने अलवर, बांसवाड़ा, चूरू, प्रतापगढ़, सिरोही जिले के औषधि भण्डार गृह तथा मेडिकल कॉलेज औषधि भण्डार गृह, जयपुर में निर्धारित तिथि से कार्य पूर्ण होने में 2 माह से अधिक का समय लगने पर संबंधित अधिकारी एवं ठेकेदार को नोटिस जारी करने को कहा।
बैठक में संजय सक्सेना, मुख्य अभियंता, एनएचएम,अभिनंदन जैन, अधिशाषी अभियंता (सिविल) एवं डॉ. कल्पना व्यास, कार्यकारी निदेशक (लॉजिस्टिक) उपस्थित रहे।
हिन्दुस्थान समाचार/ इंदु/ईश्वर
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