एस्टोनियाई बांसुरी की धुनों ने किया मोहा मन
जोधपुर, 28 अक्टूबर (हि.स.)। मेहरानगढ़ म्युजियम ट्रस्ट द्वारा आयोजित जोधपुर रिफ के तीसरे दिन शनिवार को सुबह प्रथम चरण में जसवंत थड़ा पर सूर्योंदय से पूर्व रिफ डान में इदु खान लंगा तथा बांसुरी पर कुला हटके की प्रस्तुति के साथ शुरुआत हुई। अपने आध्यात्मिक व मनमाहकन सुरों से उत्कृष्ट गायन व भावपूर्ण स्वरों से इन लोक कलाकारों ने उपस्थित जनसमूह की दाद बटोरी। सफेद दूधिया संगमरमर से बने जसवंतथड़ा की हरी मखमली घास में सूर्योदय के साथ एस्टोनियाई बांसुरी की धुनों ने देसी व विदेशी श्रोताओं को रुहानी एहसास करवाया। वहीं इदु खां लंगा ने भी अलगोजा की धुन पर आज की सुबह संगीत पर्यटकों के लिए जोश से भर दी।
जोधपुर में इन दिनों संगीत प्रेमियों के लिए राजस्थान इंटरनेशनल फोक फेस्टिवल का आयोजन हो रहा है। मेहरानगढ म्यूजियम ट्रस्ट की ओर से आयोजित जोधपुर रिफ के आज तीसरे दिन अल सुबह एस्टोनियाई बांसुरीवादक जोड़ी ने कुला हटके की प्रस्तुति दी। एस्टोनियाई शब्द कुला हटके का शाब्दिक अर्थ है पल को सुनें। इस बांसुरी वादक जोड़ी में कार्ट पिहलप और कैटरीना तिरमास्ते शामिल हैं। उन्होंने अल सुबह बांसुरी की प्रस्तुति से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। दूसरे चरण में बूट कैम्प प्रथम में चोखेलाव महल में तारिणी त्रिपाठी ने कथक नृत्य की प्रस्तुति दी। फिर इंटरेक्टिव सेशन प्रथम में राजस्थान के मेवात के प्रसिद्ध संगीत के साथ पारम्परिक लोक वाद्यों मसक, जोगिया सारंगी की प्रस्तुति व खारी नृत्य, युवा कलाकार युसुफ खान द्वारा भंपग की प्रस्तुति हुई।
हिन्दुस्थान समाचार/सतीश/संदीप
हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्वाइन करने के लिये यहां क्लिक करें, साथ ही लेटेस्ट हिन्दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लिये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लिये यहां क्लिक करें।