वृक्षों पर पक्षियों के लिए परिंडे और चुग्गा पात्र स्वेच्छा से लगाने की अपील
जयपुर, 22 अप्रैल (हि.स.)। जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के शासन सचिव डॉ समित शर्मा ने बताया कि गर्मियों में पक्षियों को पीने का पानी और चुग्गे की कमी होने के कारण इनकी अकाल मृत्यु हो जाती है। इसी प्रकार पशुधन को भी पानी की व्यवस्था के अभाव में भटकना पड़ता है। अतः पक्षियों एवं जीव जन्तुओं के जीवन को बचाने के उद्देश्य से विभाग के समस्त कार्यालयों, पम्प हाउस, हैड वर्क्स आदि पर कार्मिकों, भामाशाह, गैर-सरकारी संगठन, आमजन आदि के सहयोग व सहभागिता से सुगम स्थानों पर वृक्षों पर पक्षियों के लिए परिंडे व चुग्गा पात्र स्वेच्छा से लगवाया जाकर पुण्य के भागीदार बनें।
डॉ समित शर्मा ने बताया कि विश्व पृथ्वी दिवस प्रत्येक वर्ष 22 अप्रैल को मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य क्लाइमेट चेंज, ग्लोबल वार्मिंग, प्रदूषण और जैवविविधता संरक्षण के प्रति लोगों का ध्यान आकर्षित करना है।
शासन सचिव ने बताया कि जलदाय विभाग का मूल उद्देश्य आम जन को जीवन की मूलभूत आवश्यकताओं में से एक पेयजल उपलब्ध करवाना है। राज्य की पेयजल नीति 2010 के अनुसार भी जल प्रबंधन में मानव और पशुधन पेयजल मांग को क्रमशः प्राथमिकता 1 व 2 दी गई है। धार्मिक आधार पर भी मानव और पशुधन के लिए पेयजल व्यवस्था करना अत्यंत पुण्य का कार्य माना गया है।
पक्षियों के परिंडों में प्रतिदिन पानी और चुग्गा पात्र में चुग्गे की समुचित व्यवस्था स्वेच्छा से कार्मिकों द्वारा आपसी सहयोग से की जा सकती है, और परिंडों में प्रतिदिन पानी भरने की जिम्मेदारी स्थानीय सेवाभावी कार्मिकों को दी जा सकती है।
हिन्दुस्थान समाचार/ इंदु/संदीप
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