उन्नीस रेलवे स्टेशनों के 21 स्टॉलों पर लोकल उत्पाद को बढ़ावा, संचालन अवधि 90 दिनों तक बढ़ाई
काेटा, 28 नवंबर (हि.स.)। एक स्टेशन एक उत्पाद योजना का विस्तार करते हुए कोटा मंडल के 19 रेलवे स्टेशनों पर राष्ट्रीय डिजाइन संस्थान द्वारा डिजाइन किए गए 22 स्टॉल स्थापित किये गए है।
वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक व जनसम्पर्क अधिकारी, कोटा रोहित मालवीय के अनुसार इस योजना के तहत स्थानीय उत्पाद को बढ़ावा देने के उद्देश्य से कोटा मंडल में 21 स्टॉल एक स्टेशन योजना के अंतर्गत संचालित किए जा रहे है। जिसके तहत भरतपुर-सरसों तेल एवं शहद, बयाना- मलाई लड्डू, हिंडौन सिटी- लाख का चूड़ी, श्रीमहावीर जी- जैन साहित्य, गंगापुर सिटी- खीरमोहन मिठाई, सवाई माधोपुर ( 2 स्टॉल )- टाईगर पेंटिंग एवं हस्त शिल्प उत्पाद, इंद्रगढ़ सुमेरगंजमंडी- बेसन के लड्डू, लाखेरी- गाय के दूध के उत्पाद, कोटा ( 2 स्टॉल )- कोटा डोरिया साड़ी एवं सूट, डकनिया तालाव- कोटा डोरिया साड़ी एवं सूट, रामगंजमण्डी- आंवला उत्पाद, भवानी मंडी- शहद, झालावाड़ सिटी- शहद, शामगढ़- हस्तनिर्मित मसालें, सुवासरा- संतरे, विक्रमगढ़ आलोट- जैन साहित्य, बून्दी-हस्तनिर्मित पेंटिंग, बारां- मांगरोल खादी एवं छबड़ा गुगोर-धनिया एवं उसके उत्पाद की बिक्री की जा रही है। वर्तमान में कोटा को छोड़कर सभी स्टेशनों पर इस योजना के तहत संचालित स्टॉल का संचालन अवधि को 15 दिन से बढ़ाकर 90 दिन कर दिया गया है। इन स्टॉलों पर यात्रियों द्वारा लोकल प्रोडक्ट की खरीदारी करने का सकारात्मक प्रतिक्रिया मिल रहा है। एक स्टेशन एक उत्पाद योजना का उद्देश्य स्थानीय उत्पादों की बिक्री को बढ़ावा और लघु उद्यमियों को प्रोत्साहन देना है।
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हिन्दुस्थान समाचार / राजीव
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