आमजन की समस्याओं का करें त्वरित एवं संतुष्टिपूर्ण निस्तारण, जनहित के कार्यों में भ्रष्टाचार और लापरवाही बर्दाश्त नहीं : मुख्यमंत्री
सिरोही, 10 फ़रवरी (हि.स.)। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि जनहित से जुड़े कार्यों में लापरवाही और भ्रष्टाचार किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर कार्य कर रही है।
शर्मा शनिवार को सिरोही जिले में आबू रोड स्थित सेटेलाइट जनजातीय केन्द्र में पाली संभाग के उच्चाधिकारियों की समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी-कर्मचारी अपने दायित्वों की पालना सुनिश्चित करें ताकि आमजन का सरकार के प्रति विश्वास बना रहे। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार अपने कर्तव्य का निष्ठा से पालन करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों को प्रोत्साहित करेगी तथा कार्य में लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने अधिकारियों को नियमित रूप से जनसुनवाई सुनिश्चित करने, परिवादों के त्वरित निस्तारण, उनकी मॉनिटरिंग करने तथा फीडबैक लेने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने बिजली तथा पेयजल आपूर्ति की स्थिति, चिकित्सा सुविधाएं, जल जीवन मिशन की प्रगति, विकसित भारत संकल्प यात्रा, कानून-व्यवस्था तथा अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों की उच्च स्तरीय समीक्षा की। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार जनसेवा को अपना ध्येय मानते हुए प्रदेश के विकास के लिए निरंतर प्रयासरत है। इन प्रयासों को धरातल पर उतारने में प्रशासनिक अधिकारियों की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे अपने आप को सौभाग्यशाली समझें कि उन्हें जनसेवा करने का अवसर मिला है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी जिला स्तरीय अधिकारी नियमित रूप से कम से कम एक घंटा जनसुनवाई करें, ताकि परिवादियों को अपनी समस्याओं को लेकर राजधानी नहीं आना पड़े। अधिकारी अपने कार्यालय में जनसुनवाई का समय तय करें तथा इसे स्पष्ट रूप से कार्यालय की दीवार पर दर्शाएं। उन्होंने कहा कि संपर्क पोर्टल पर आने वाली शिकायतों का पूर्ण संतुष्टि के साथ त्वरित निस्तारण करें तथा जिला कलक्टर एवं जिला पुलिस अधीक्षक जनसुनवाई की रिपोर्ट नियमित रूप से मुख्यमंत्री कार्यालय भेजना सुनिश्चित करें।
शर्मा ने कहा कि उच्चाधिकारी अपने अधीनस्थ कार्यालयों का समय-समय पर औचक निरीक्षण कर कार्यों की प्रगति की समीक्षा करें। उन्होंने कहा कि फील्ड में नियमित रूप से दौरे कर केन्द्र और राज्य सरकार की योजनाओं का धरातल पर प्रभावी और त्वरित क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि राजस्व संबंधित मामलों को भी जल्द सुलझा कर आमजन को राहत प्रदान करें। साथ ही, ऐसे लंबित मामलों की सूची बनाकर उनकी नियमित मॉनिटरिंग सुनिश्चित करें। मुख्यमंत्री ने ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति की स्थिति की समीक्षा की। साथ ही, सभी जिलों में आगामी गर्मी के मौसम को देखते हुए पेयजल व्यवस्था की तैयारियां सुचारू रखने के संबंध में भी निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने पाली संभाग में जल जीवन मिशन के कार्यों की प्रगति की समीक्षा कर तय लक्ष्य को प्राप्त करने की मॉनिटरिंग करते हुए कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि योजना में व्यय होने वाले धन का पूर्ण सदुपयोग हो ताकि अधिकतम लोगों तक नल से जल का लक्ष्य प्राप्त किया जा सके। बैठक में पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास राज्यमंत्री ओटाराम देवासी, जिला प्रमुख अर्जुन राम, पाली संभागीय आयुक्त वंदना सिंघवी, डीआईजी पाली रेंज ओमप्रकाश, सिरोही, पाली, सांचौर एवं जालोर जिलों के कलक्टर, पुलिस अधीक्षक सहित पुलिस एवं प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
हिन्दुस्थान समाचार/रोहित/संदीप
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