निजी-सरकारी चिकित्सकों ने कोलकाता केस के विरोध में किया कार्य बहिष्कार
अजमेर, 17 अगस्त (हि.स.)। कोलकाता में ट्रेनी महिला डॉक्टर से रेप के बाद
हत्या और फिर अस्पताल में तोड़फोड़ के मामले देशभर के चिकित्सकों के विरोध
प्रदर्शन ने व्यापक रूप ले लिया है। राष्ट्रीय एवं राज्य आईएमए मुख्यालय ने
राष्ट्रीय स्तर पर हड़ताल का आह्वान किया है। इसके बाद अजमेर संभाग के
सबसे बड़े जेएलएन अस्पताल और निजी अस्पतालों में रेजिडेंट, सीनियर
रेजीडेंट, इंटर्न और सेवारत डॉक्टर्स शनिवार को हड़ताल पर है। अस्पताल की
इमरजेंसी ओपीडी और इमरजेंसी में जेएलएन मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ.अनिल
सामरिया, अधीक्षक डॉ.अरविंद खरे के साथ कुछ वरिष्ठ चिकित्सकों के द्वारा
व्यवस्था संभाली जा रही है। रूटीन ओपीडी बंद है।
अजमेर में निजी
अस्पतालों में भी एक दिवसीय हड़ताल की घोषणा की गई है। जिले के सभी
एलोपैथिक चिकित्सक हड़ताल पर है। अस्पताल अधीक्षक अरविंद खरे ने बताया कि
अस्पताल में सीनियर डॉक्टर, फैकल्टी ने ओपीडी का कार्य बहिष्कार रखा है।
रेजीडेंट पहले से ही स्ट्राइक पर चल रहे हैं। इसे देखते हुए व्यवस्थाएं की
गई है। कैजुअल्टी इमरजेंसी और आईसीयू में कोई बाधा ना आए जो भी सीरियस
पेशेंट है उनके इलाज की पूरी व्यवस्था की गई है। मिलिट्री और रेलवे अस्पताल
से भी चिकित्सकों की डिमांड की गई है। जिससे ओपीडी की सर्विस मेंटेन रहे।
आज इमरजेंसी ओपीडी संचालित हो रही है। रूटीन इमरजेंसी बंद है। नर्सिंग
एसोसिएशन ने पांच दिन का अल्टीमेटम देते हुए हड़ताल को अपना समर्थन दिया है।
इस घटना को लेकर नर्सिंग रेजिडेंट के साथ खड़े हैं। शनिवार से नर्सिंग
ऑफिसर काली पट्टी बांधकर कम कर रहे हैं। यदि पांच दिन तक इस मामले में सुनवाई
नहीं होते तो नर्सिंग भी कार्य बहिष्कार करके अस्पताल से बाहर आ जाएंगे।
संभाग के सबसे बड़े जेएलएन अस्पताल में आसपास के जिलों के मरीज दिखाने के
लिए पहुंचते हैं। शनिवार को भी सुबह से मरीजों का आना जारी है। लेकिन
डॉक्टर्स की हड़ताल के कारण अस्पताल में सिर्फ आज इमरजेंसी ओपीडी संचालित
की जा रही है। जिसमें कुछ चुनिंदा सीनियर्स डॉक्टर्स ही मरीजों को देख रहे
हैं। हड़ताल के कारण ओपीडी में लंबी कतारें लगी हुई है। हालात बिगड़ने लगे
हैं। मरीज को डॉक्टर की कमी के कारण परेशान होना पड़ रहा है। उत्तर प्रदेश
से अपने रिश्तेदार के पास अजमेर पहुंचे एक मरीज ने बताया कि वह अस्पताल में
दिखाने के लिए आया था। सुबह आठ बजे से लाइन में लगे हुए हैं। लेकिन उनका
अभी तक नंबर नहीं आया है। डॉक्टर के हड़ताल की उन्हें जानकारी नहीं थी।
उन्हें अब परेशान होना पड़ रहा है।
हिन्दुस्थान समाचार / रोहित / संदीप
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