ट्रेन से गिरने के बाद कटा हुआ पैर लेकर हॉस्पिटल पहुंचा मरीज
पाली, 29 अप्रैल (हि.स.)। पिंडवाड़ा के समीप 28 साल का एक युवक ट्रेन के गेट पर झपकी आने से बैलेंस बिगड़ने के कारण चलती ट्रेन से गिर गया। हादसे में उसका एक पैर घुटने के पास से कट गया। अंधेरा होने के कारण किसी की नजर उस पर नहीं पड़ी। रात भर वह दर्द से तड़पता रहा। सोमवार सुबह लोगों की नजर पड़ी तो उसे पाली के बांगड़ हॉस्पिटल पहुंचाया। युवक का इलाज जारी है।
पाली शहर के नया गांव इलाके की बंजारा बस्ती में रहने वाला महावीर (28) पुत्र खीमाराम बंजारा रविवार शाम पाली जंक्शन से अहमबाद के लिए ट्रेन में सवार हुआ था। पाली से लगभग 140 किलोमीटर चलने के बाद पिंडवाड़ा में हादसा हो गया। घायल महावीर ने बांगड़ हॉस्पिटल में बताया कि मैं गुजरात में एक हलवाई के पास हैल्पर का काम करता हूं। पाली में ट्रेन में चढ़ा तो भीड़ ज्यादा थी। मैं ट्रेन में डिब्बे के गेट पर बैठ गया। देर रात करीब दो बजे नींद आ गई। नींद में मेरा संतुलन बिगड़ा और मैं चलती ट्रेन से गिर गया। मेरा बायां पैर आधा कट गया। मैं बेहोश हो गया। रात भर रेलवे ट्रैक के पास जंगल एरिया में घायल हालत में पड़ा रहा, तड़पता रहा। सोमवार को किसी राहगीर की नजर मुझ पर पड़ी।
वहां जुटे लोगों ने पिंडवाड़ा पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची और मुझे पिंड़वाड़ा हॉस्पिटल पहुंचाया गया। मेरा कटा हुआ पैर भी थैले में रखकर मेरे साथ भिजवाया गया। वहां से प्राथमिक उपचार के बाद मुझे पाली रेफर किया गया। फिलहाल महावीर पाली के बांगड़ हॉस्पिटल में भर्ती है। वहां उसका इलाज जारी है। पिंडवाड़ा हॉस्पिटल से एम्बुलेंस संचालक ने महावीर का कटा हुआ पैर एक कट्टे में डाला और उसे एंबुलेंस में रख दिया। पाली में डॉक्टरों ने महावीर के जख्म पर मरहम पट्टी की और इलाज शुरू किया। डॉक्टरों का कहना है कि हादसे को काफी देर होने के कारण कटा हुआ पैर जोड़ा नहीं जा सकता।
हिन्दुस्थान समाचार/रोहित/संदीप
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