गुरु पुष्य नक्षत्र में गणेश मंदिरों में गजानन का पंचामृत अभिषेक
जयपुर, 25 जनवरी (हि.स.)। गुरु पुष्य नक्षत्र में गुरुवार को शहर के गणेश मंदिरों में प्रथम पूज्य गजानन का पंचामृत अभिषेक किया गया। इसके बाद गणपति सहस्त्रनाम के पाठ के साथ मोदक का भोग लगाया गया। इस दौरान मंदिर परिसर गणपति के जयकारों से गूंज उठा। मंदिरों में भक्तों को रक्षा सूत्र बांध कर हल्दी की गांठ प्रसाद स्वरूप वितरित की गई। श्रद्धालुओं ने प्रथम पूज्य को मनोकामना पूर्ति के लिए दूर्वा, हल्दी, प्रसाद व नारियल चढा कर आशीर्वाद प्राप्त किया। शाम को नवीन पोशाक धारण कराकर फूल बंगले में विराजमान कराया गया।
मोती डूंगरी गणेश मंदिर में महंत कैलाश शर्मा के सान्निध्य में सुबह प्रथम पूज्य का अभिषेक किया गया। सर्वप्रथम केवड़ा जल, गुलाब जल, इत्र से अभिषेक किया गया। इसके बाद पंचामृत से अभिषेक कर गंगाजल से स्नान कराया गया। गणपति सहस्त्रनाम के साथ गजानन को 1001 मोदक अर्पित किए गए।
चांदपोल स्थित परकोटे वाले गणेश मंदिर में महंत राहुल शर्मा के सानिध्य में सुबह गणेश जी महाराज का मंत्रोच्चारण के साथ विधिवत दुग्धाभिषेक किया गया। युवाचार्य अमित शर्मा ने बताया कि गणपति की प्रतिमा को दूध, दही, घी, शहद, बूरा, गुलाब जल सहित कई औषधीय द्रव्यों से महास्नान कराया गया। इसके बाद गणपति को नवीन पोशाक धारण करवा कर फूलों से शृंगार किया गया। भक्तों ने गणपति अष्टोत्तर शतनाम स्तोत्र के पाठ किए।
हिन्दुस्थान समाचार/ दिनेश/संदीप
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