भैरवनाथ को एक हजार मोदक लगाया भोग, एक हजार चढ़ाए सिक्के

भैरवनाथ को एक हजार मोदक लगाया भोग, एक हजार चढ़ाए सिक्के


बीकानेर, 17 सितंबर (हि.स.)। समीपवर्ती सियाणा भैरव मेले के अवसर पर बारह गुवाड़ चौक स्थित रमक झमक में चल रहे 'भैरव तुम्बड़ी महोत्सव' के दूसरे दिन भैरव विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान संपन्न हुए। सियाणा भैरव धाम मन्दिर की झांकी देखने आज भी लोग बड़ी संख्या में पहुंचे। रमक झमक परिसर में पण्डित गणेश छंगाणी के आचार्यत्व में 7 पंडितों ने भैरवनाथ के सहस्र नाम स्तोत्र, काल भैरवाष्टकम व चंदन अष्टगन्ध से सर्वांग पूजन किया गया। भैरवनाथ के एक हजार नाम से भैरवनाथ को 1021 लड्डू (मोदक) भोग लगाया गया तथा 1021 सिक्के भेंट अर्पण किये। आयोजक प्रहलाद ओझा 'भैरुं' ने बताया कि मोदक भक्तों को व सिक्के अनाथ आश्रम को भेंट कर दिये जायेंगे।

विगत दो दशकों में लुप्त हुवे भैरवनाथ व क्षेत्रपाल के गीत व भजनों को 86 वर्षीय महिला रामकंवरी ओझा व उनके साथ अन्य महिलाओं ने पौराणिक भजनों की प्रस्तुतियां दी। 'चालो ए सहेलयों आपां भैरुं ने मनाओ राज.....,' भैरुं बिलमायो ए.. सरीखे गीत गाकर भैरवनाथ को मनाया। तुम्बड़ी महोत्सव के दौरान बटुक स्वरूप भैरव का पूजन, अर्चन और बटुक भैरव स्तोत्र पाठ करने के बाद छोटे-छोटे बालकों के कुंकु चावल से तिलक कर टॉफियां व बैलून दिया गया। साक्षी अतिथि के रूप में योगी विलासनाथ महाराज, एन आर आई अरुण आचार्य, खनिज विभाग की अधिकारी अर्चना शर्मा, श्रीवत्स पाण्डे व रोहित मिश्रा सहित अन्य लोग शामिल हुवे। इस अवसर पर योगी विलसनाथ महाराज ने कहा कि बीकानेर भैरव भूमि है इसके क्षेत्रपाल रक्षक भैरव है, इसको ध्याने से हमारी सुरक्षा होती है।

हिन्दुस्थान समाचार/राजीव/ईश्वर

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