कोटा में एक ओर कोचिंग के छात्रा ने की आत्महत्या

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कोटा में एक ओर कोचिंग के छात्रा ने की आत्महत्या


नौ माह में 25 कोचिंग विद्यार्थी कर चुके हैं आत्महत्या

सरकार की कमेटी ने अभी तक रिपोर्ट नहीं की समिट

कोटा, 19 सितंबर (हि.स.)। कोटा में कोचिंग करने वाले विद्यार्थी निराशा में आत्महत्या करने की घटना पर रोक नहीं लग पा रही है। इसके लिए सरकार व जिला प्रशासन की गाइडलाइन का भी कोई प्रभाव नहीं दिख रहा है। सोमवार को उत्तरप्रदेश के मऊ की सोलह वर्षीय कोचिंग छात्रा ने सल्फास खाकर अपनी जान दे दी। कोटा में पिछले नौ माह में 25 कोचिंग के विद्यार्थी आत्महत्या कर चुके हैं। छात्रा के पिता ने मंगलवार को एक प्रमुख कोचिंग संस्थान के लिए आत्महत्या के लिए उकसाने का मुकदमा दर्ज कर लिया है।

बताया गया कि छात्रा कोटा में रहकर डेढ़ साल से नीट-यूजी की कोचिंग कर रही थी। वह रोड नंबर एक पर रहती थी। विज्ञाननगर थाना इंचार्ज कौशल्या ने बताया कि छात्रा की तबीयत कोचिंग इंस्टीट्यूट के बाहर बिगड़ी थी। उसे उल्टियां होने लगीं और वह अचेत हो गई। इसके बाद विद्यार्थियों ने उसे 3 बजे निजी अस्पताल में भर्ती करवाया जहां से जिला अस्पताल में रैफर कर दिया, लेकिन रात में उसकी मौत हो गई।

मृतक छात्रा के पिता ने कोचिंग इंस्टीट्यूट पर आरोप लगाते हुए कहा कि कोचिंग की वजह से उनकी बेटी की मौत हुई है। बेटी कॉल करके बताती थी कि कोचिंग में बहुत प्रेशर डालते हैं। शिक्षक बार-बार कहते हैं कि बेक कर जाओगे, फेल हो जाओगी। पिता ने यह भी आरोप है कि उन्हें कोचिंग संस्थान वालों ने पुलिस-प्रशासन के पास जाने से रोका था।

वाट्सएप पर दोस्त को भेजा मैसेज, सने छोड़ दिया मैं जी कर क्या करूंगी

विज्ञानगर थाना क्षेत्र में सोमवार को सोलह वर्षीया कोचिंग छात्रा ने जहर खाने के बाद एक दोस्त को मैसेज किया- ‘उसने मुझे छोड़ दिया, अब जी कर क्या करूंगी।‘ इस मैसेज के आधार पर पुलिस प्रेम प्रसंग को लेकर जांच कर रही है। कोचिंग छात्रा ने वाट्सएप पर चेटिंग में दोस्त ने पूछने पर अब क्या करोगी। इस पर उसने लिखा- अरे यार, बोल देती तो इतनी दिक्कत नहीं होती, मैंने जहर खा लिया है, उसने मुझे छोड़ दिया, अब मैं जी कर क्या करूंगी, बस इसलिए..गुड बाय दोस्त, बता देना उसको।

नौ माह में 25 ने की आत्महत्या

कोटा में पिछले नौ माह में 25 कोचिंग के विद्यार्थियों ले अलग-अलग कारणों से आत्महत्या करना भी रहस्यमय बना है। अभिभावकों के साथ और शासन प्रशासन भी चिंतित है। इस समय कोई प्रवेश परीक्षा या रिजल्ट का समय नहीं है।

हिन्दुस्थान समाचार/अरविंद/संदीप/सुनील

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