डॉक्टर्स-नर्सिंग स्टाफ को मिली बेसिक न्यूबॉर्न केयर एंड नियोनेटल रीससिटेशन संबंधित ट्रेनिंग
जयपुर, 25 दिसंबर (हि.स.)। सीके बिरला हॉस्पिटल में इंडियन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स (आईएपी) और नेशनल नियोनेटॉलोजी फोरम (एनएनएफ) की ओर से संचालित बेसिक न्यूबॉर्न केयर एंड नियोनेटल रिससिटेशन प्रोग्राम की वर्कशॉप आयोजित की गई। इस वर्कशॉप में नवजात बच्चों की देखभाल और पुनर्जीवन से संबंधित जानकारी दी गई।
हॉस्पिटल के सीनियर पीडियाट्रिशियन डॉ.जेपी दाधीच ने बताया कि नर्सिंग स्टाफ और डॉक्टर्स की बेसिक स्किल और नॉलेज बढ़ाने के लिए आयोजित की गई। इस वर्कशॉप में शहर के छह हॉस्पिटल के डेलीगेट्स ने भाग लिया। वर्कशॉप में एसएमएस मेडिकल कॉलेज और महात्मा गांधी मेडिकल कॉलेज की फैकल्टी ने विभिन्न सत्रों में जानकारी दी कि जन्म के बाद शिशुओं की किस तरह देखभाल की जानी चाहिए। वर्कशॉप में सभी प्रतिभागी बेसिक नियोनेटल रिससिटेशन प्रोग्राम के सर्टिफिकेट के लिए उपयुक्त पाए गए। सीके बिरला हॉस्पिटल की सीनियर पीडियाट्रिशियन डॉ. ललिता कनौजिया ने बताया कि वर्कशॉप में नवजात शिशुओं के जन्म के बाद के जरूरी प्रोटोकॉल, सावधानियां और नए ट्रेंड्स के बारे में जानकारी दी गई। हॉस्पिटल की मेडिकल सुप्रीटेंडेंट डॉ. सुहासिनी जैन ने कहा कि हमारा प्रयास रहता है कि शिशुओं की बेहतर देखभाल के लिए इस तरह की वर्कशॉप से न केवल नर्सिंग स्टाफ और डॉक्टर्स की स्किल और नॉलेज बढ़ता है, बल्कि शिशुओं को होने वाली समस्याओं की आशंका भी कम होती है।
हिन्दुस्थान समाचार/ दिनेश/संदीप
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