प्रधानमंत्री अपने नाम और चेहरे से वोट मांगते शोभा नहीं देते : स्वामी आर्यवेश
जोधपुर, 14 नवम्बर (हि.स.)। स्वामी आर्यवेश ने कहा कि प्रधानमंत्री अपने नाम या चेहरे से वोट मांगते हैं तो यह उन्हें शोभा नहीं देता है। प्रदेश के चुनाव है तो प्रदेश के नेता जानें, प्रधानमंत्री का पद काफी बड़ा होता है, बाकी प्रधानमंत्री जाने, उनका विवेक जाने। आर्य समाज सत्य की विचार धारा को लेकर है जिसका मूल उद्देश्य सत्य और निष्ठा है। वे मंगलवार को जोधपुर प्रवास पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
स्वामी आर्यवेश ने कहा कि आर्य समाज के संस्थापक स्वामी दयानंद सरस्वती ने अपने सत्यार्थ प्रकाश में भी सत्य की विचारधारा को प्रकट किया है। उसमें सत्य का आग्रह है। जिसमें सांप्रदायिकता को कोई स्थान नहीं है। आज देश को जितनी संकीर्ण विचार धारा में लाएंगे उतनी ही हानि होगी। उन्होंने कहा कि संकीर्णता से परे हटकर हमें देश को सोचना होगा।
पत्रकारों के एक सवाल में कांग्रेस के प्रचार के लिए आने की बात पर कहा कि वे आर्यवेश समाज से है। यहां की कांग्रेस प्रत्याशी मनीषा पंवार के पिता रामसिंह आर्य थे। जिनसे अच्छे संबंध रहे है। आर्य समाज संगठन को मजबूत करने के लिए आए हैं, कार्यकर्ताओं को मनोबल बढ़ाने के लिए आए है। मनीषा पंवार अच्छी नेता है और वे आर्य समाज से जुड़ी है। आर्य हमेशा से सत्य की राह पर चले है।
प्रधानमंत्री से नाराजगी के एक सवाल पर आर्यवेश ने कहा कि प्रधानमंत्री से कोई नाराजगी नहीं है, प्रधानमंत्री तो आते जाते है, मगर आर्यसमाज सत्य की राह पर चलने वाला है। सत्यार्थ प्रकाश में सत्य और वेद पर जोर दिया गया है। सत्य निष्ठा सर्वोपरि है। आर्यसमाज विचारधारा पर चलने वाला है जोकि सत्य का सामने रखता है। किसी से कोई व्यक्तिगत नाराजगी नहीं है।
पत्रकारों से बातचीत के बाद वे आर्यसमाज की तरफ से आयोजित कार्यक्रम में शरीक हुए जहां कार्यकर्ताओं को संगठित होकर कार्य करने का आह्वान किया गया।
हिन्दुस्थान समाचार/सतीश/संदीप
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