शमशान नहीं तो वोट नहीं, अतिक्रमण हटने पर ही ग्रामीणों ने मतदान करने का लिया फैसला
भीलवाड़ा, 15 नवम्बर (हि.स.)। भीलवाड़ा जिले के आसींद विधानसभा क्षेत्र के ईरांस ग्राम पंचायत के रामपुरिया ग्राम के वाशिंदों ने गांव में शमशान नहीं तो वोट नहीं का नारा देते हुए रैली निकाल तथा गांव में सूचना पट्ट लगाकर प्रशासन व चुनाव लड़ने वालों को चेतावनी दी है। शमशान भूमि का अतिक्रमण न हटने पर ग्रामीण इस बार मतदान ही नहीं करेंगे। इस आशय की सूचना ग्रामीणों द्वारा प्रशासन को दिये जाने के बाद नायब तहसीलदार मौके पर पहुंचे तथा अतिक्रमियों को नोटिस जारी कर अतिक्रमण हटाने को कहा है। मतदान करने के लिए प्रशासन द्वारा समझाइश की पर ग्रामीण अविलंब अतिक्रमण हटाने की मांग पर अड़े है। उधर चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों में से अभी तक समझाइश के लिए कोई नहीं पहुंचा है।
आसीन्द उपखंड क्षेत्र के 35 किलोमीटर दूरी पर स्थित रामपुरिया ग्राम के ग्रामीणों को अपने ही परिवार के मृतकों के लिये अंतिम समय में भी दो गज जमीन नसीब नहीं होने के कारण इस बार विधानसभा चुनाव में मतदान के लिये बहिष्कार करने का निर्णय लिया। ग्रामीणों का कहना है कि रामपुरिया की सरहद पर स्थित खसरा संख्या 25 रकबा 2.7000 हेक्टेयर भूमि स्थित है। जिसमे 1.5800 बजंड भूमि है और 1.1200 गैर मुमकिन श्मशान है। जिस पर पास के गांव खारड़ा प्रभावशाली व्यक्तियों द्वारा वर्षों से अवैध रूप से अनाधिकृत अतिक्रमण कर रखा है। इस कारण वहां दाहसंस्कार का कार्य ही नहीं हो पा रहा है। जिस वजह श्मशान के पास रास्ते की भूमि पर मृतकों का दाह संस्कार करना पड़ता है।
ग्रामीणों ने पूर्व में जिला कलेक्टर, उपखण्ड अधिकारी व तहसीलदार सहित प्रशासन गांवों संग अभियानों में श्मशान भूमि मुक्त करवाने के लिये ज्ञापन भी दिये पर इस समस्या से कोई निवारण नही हुआ है। पूर्व में अतिक्रमण हटाने के लिये भी प्रशासन मौके पर पहुंचा पर राजनीतिक प्रभाव से श्मशान को अतिक्रमण मुक्त नही कर पाया। परेशान ग्रामीणों ने सामूहिक निर्णय लेकर खसरा संख्या 25 रकबा 2.70 हेक्टेयर से अतिक्रमण को नही हटाने पर रैली निकालकर मतदान नही करने व मतदान का बहिष्कार करने का फैसला प्रशासन को अवगत करा दिया।
बुधवार को आसींद क्षेत्र के शम्भुगढ़ नायब तहसीलदार लक्ष्मी लाल शर्मा व पटवारी भागीरथ चैधरी ने मौका मुआयना करते हुए अतिक्रमियों को नोटिस भेजा है।
नायब तहसीलदार लक्ष्मी लाल शर्मा ने बताया कि कल ही ये मामला संज्ञान आया और तहसीलदार के निर्देशानुसार हमने खसरा संख्या 25 का मौका निरीक्षण किया है। खारड़ा ग्राम के रेगर समाज के 4 लोगों द्वारा 15 वर्ष से अतिक्रमण पाया गया है । अब नियमानुसार राजस्थान भू राजस्व अधिनियम1 1956 के धारा 91 तहत रिपोर्ट पटवारी हल्का ईरांस से लिया गया और अतिक्रमणों को नोटिस जारी किया गया है। अतिक्रमण हटाने की नियमानुसार कार्रवाई की जा रही है। वही ग्रामीणों द्वारा मतदान के बहिष्कार के सवाल पर ग्रामीणों को समझाइश कि गई की लोकतंत्र का महापर्व है। अतिक्रमण नियमानुसार हटा दिया जाएगा। 25 नवंबर को विधानसभा आम चुनाव होना है उसमें आप मतदान अवश्य करें और लोकतंत्र के इस महापर्व में भागीदारी निभाने की बात कही।
हिन्दुस्थान समाचार/मूलचन्द/संदीप
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