अंग्रेजी नववर्ष 2026 का शुभारंभ गुरूवार को: रोहिणी नक्षत्र में होगा नव वर्ष का शुभारंभ
जयपुर, 31 दिसंबर (हि.स.)। अंग्रेजी नववर्ष 2026 का शुभारंभ गुरूवार, एक जनवरी को रोहिणी नक्षत्र में होगा। धनु लग्न में कई शुभ योगों में साल की शुरुआत होने से यह सभी के लिए मंगलमय रहने वाला है।
ज्योतिषाचार्य बनवारी लाल शर्मा ने बताया कि 2026 की शुरुआत के पहले ही दिन गुरू प्रदोष है। ऐसे में आदिदेव महादेव का आशीर्वाद भी सब पर बना रहेगा। साथ में रोहिणी नक्षत्र और चतुर्ग्रही योग रहेगा। धनु लग्न में सूर्य, मंगल, बुध, शुक्र एक साथ रहेंगे। इस साल मेष, सिंह, धनु राशि वालों को विशेष लाभ एवं शुभ समाचारों की प्राप्ति होगी।
उन्होंने बताया कि 2026 का मूलांक एक है, जिसका स्वामी सूर्य है। जिन लोगों का जन्म 1,10,19, 28 तारीख को हुआ है ऐसे जातकों के लिए यह साल अत्यधिक सफलता देने वाला रहेगा। चतुर्ग्रही योग के लग्न में होने से भारत के पराक्रम, सेना के शौर्य, अर्थव्यवस्था और कूटनीति पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। देश आध्यात्मिकता की और आगे बढ़ेगा। वैश्विक पटल पर भारत व्यापारिक मामलों में मजबूती के साथ आगे बढ़ेगा। खेल जगत में देश का दबदबा रहेगा। कीमती धातुओं में उतार-चढ़ाव जारी रहेगा। फसलें अच्छी होंगी।
ज्योतिषाचार्य के अनुसार वर्ष 2026 ज्योतिषीय और आध्यात्मिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण रहने वाला है। सन 2026 चुनौतियों का एक मिला-जुला स्वरूप होगा। जहां गुरु का प्रभाव शांति और ज्ञान का मार्ग प्रशस्त करेगा, वहीं मंगल की शक्ति समाज को सक्रिय और जुझारू बनाएगी। मंगल की उग्रता को गुरु के विवेकपूर्ण प्रभाव से संतुलित किया जा सकेगा, जिससे विषम परिस्थितियों में भी उन्नति के रास्ते खुलेंगे। यह साल व्यक्तिगत और सामाजिक विकास के लिए अत्यंत प्रभावशाली सिद्ध होगा।
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हिन्दुस्थान समाचार / दिनेश

