चार प्रमुख मांगों को लेकर राष्ट्रीय रावणा राजपूत प्रतिनिधि अधिवेशन
जयपुर, 16 अप्रैल (हि.स.)। अखिल राजस्थान रावणा राजपूत महासभा के तत्वावधान मे रविवार को बिरला ऑडिटोरियम जयपुर में चार प्रमुख मांगों को लेकर राष्ट्रीय रावणा राजपूत प्रतिनिधि अधिवेशन का आयोजन किया गया है।
कार्यक्रम के मुख्य अथिति खाद्य मन्त्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि रावणा राजपूत समाज स्वाभिमानी समाज है। ओबीसी सूची में संशोधन का मामला हो या राजस्व रिकॉर्ड में सुधार का, जायज हक लेना हर समाज व संगठन का कर्तव्य है। न्याय के लिए सही तरीके से सही जगह बात रखनी चाहिए। न्याय के लिए लड़ना सबका अधिकार है। सरकार कोई हो अपनी बात रखने का हक सभी को।
महासभा के संस्थापक जसवंत सिंह सोलंकी एवं प्रदेश अध्यक्ष वीरेन्द्र रावणा ने बताया कि रावणा राजपूत समाज कि चार प्रमुख मांगों पर चर्चा को लेकर राष्ट्रीय स्तर पर अधिवेशन हो रहा है। इसमें प्रथम चरण में राजस्थान सहित दिल्ली, हरियाणा, गुजरात, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, मध्य प्रदेश व उत्तरप्रदेश से रावणा राजपूत समाज के प्रतिनिधि भाग लेंगे जो प्रमुख मांगों पर चर्चा करेंगे और दूसरे चरण मे समाज के 21 प्रबुद्धजनों को सामाजिक स्तर पर राष्ट्रीय धनरूप स्वयंसेवक पुरस्कार से सम्मानित किया जायेगा।
प्रदेश अध्यक्ष वीरेन्द्र रावणा ने बताया कि प्रथम मांग राजस्थान ओबीसी सूची मे क्रम संख्या 11 पर रावणा राजपूत (दरोगा, हजूरी, वजीर) संसोधन की है, दूसरी मांग राजस्व रिकॉर्ड मे राजस्व अधिनियम 1956 के तहत धारा 136 मे खाता दूरस्ती में स्वेछिक जातिनाम शुद्धिकरण की समय सीमा 7 से 15 दिन तय की जावे, तीसरी मांग राष्ट्रीय जनगणना अभियान में जाति आधारित जनगणना की जावे और जाति की संख्या के अनुपात में आरक्षण तय किया जावे, चौथी मांग राज्य के टीएसपी क्षेत्र में राजकीय भर्तियों में आरक्षण विसंगति दूर करते हुवे राजकीय भर्तियों व पंचायतराज,पालिका,निकाय चुनाव में ओबीसी का अलग से आरक्षण तय हो।
प्रदेश महिला अध्यक्ष रामलीलावती भाटी ने कहा कि प्रत्येक जिले में प्रति वर्ष एक असहाय महिला को महासभा टीम स्वालमबंन के लिए 20 से 25 हजार रुपए की सहायता से उसे घरेलु रोजगार करवा कर आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास किया जायेगा। युवा प्रदेश अध्यक्ष शंकर सिंह भाटी ने युवाओं से आव्हान किया कि, राजस्थान के युवा राज्य सरकार की सामाजिक योजनाओं से समाज के वृद्धिजनों, विधवाओं, विकलांग को लाभान्वित करवाये।
हिन्दुस्थान समाचार/ दिनेश सैनी/ ईश्वर

