भारतीय संविधान को मजबूत करने में लोकतंत्र सेनानियों का अहम योगदान- मुख्यमंत्री
जयपुर, 21 मार्च (हि.स.)। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि आपातकाल के समय लोकतंत्र के मूल्यों को कमजोर किया गया था। लोकतंत्र सेनानियों के संघर्ष तथा प्रयासों से उन मूल्यों की रक्षा की गई। भारतीय संविधान तथा प्रजातंत्र को मजबूत करने में लोकतंत्र सेनानियों के अहम योगदान को कोई नहीं भुला सकता।
शर्मा गुरुवार को बिड़ला ऑडिटोरियम में विजय दिवस के अवसर पर आयोजित लोकतंत्र सेनानी संघ और लोकतंत्र रक्षा मंच के राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि 25 जून, 1975 को आपातकाल लगाकर सत्ता के नशे में मदहोश लोगों ने लोकतंत्र का गला घोटा तथा कोर्ट, प्रेस पर प्रतिबंध लगा दिया और विपक्ष को जेल में डाल दिया। उस समय लोकतंत्र सेनानी संघ और लोकतंत्र रक्षा मंच से जुड़ें लोगों ने लंबी लड़ाई लड़ी तथा आज ही के दिन 21 मार्च, 1977 को आपातकाल की काली छाया से देश को मुक्त कराया। इस घटना ने भारतीय लोकतंत्र को मजबूत करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लोकतंत्र की रक्षा के लिए त्याग करने वालों का सम्मान करते हुए हमारी पूर्ववर्ती सरकार ने राजस्थान लोकतंत्र सेनानी सम्मान निधि-2008 बनाकर लोकतंत्र सेनानियों के लिए सम्मान से जीने की व्यवस्था की। इसके बाद गत कांग्रेस सरकार ने आते ही इस निधि को बंद कर लोकतंत्र सेनानियों को अपमानित करने का कार्य किया। लेकिन अब हमारी सरकार ने अपने पहले लेखानुदान में ही लोकतंत्र सेनानियों के लिए सम्मान निधि को पुनः बहाल करने का प्रावधान किया है।
शर्मा ने कहा कि लोकतंत्र सेनानियों ने श्रीराम मंदिर के निर्माण का सपना देखा था तथा वो सपना 22 जनवरी को अयोध्या में रामलला की दिव्य प्राण प्रतिष्ठा के साथ पूरा हुआ। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र सेनानियों ने जिन मूल्यों की रक्षा के लिए आपातकाल के समय जेल में जो यातनाएं सही उन्हीं मूल्यों तथा भावनाओं को आगे ले जाने का कार्य हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कर रहे है तथा उनके नेतृत्व में देश लगातार आगे बढ़ रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने अपने तीन महिने के कार्यकाल में संकल्पपत्र के अपने 45 प्रतिशत वादे पूरे किए हैं। राज्य सरकार युवा, महिला, किसान सहित सभी वर्गां के कल्याण के लिए कार्य कर रही है तथा सरकार संकल्प पत्र में किए गए अपने प्रत्येक वादे को पूरा करेगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार राष्ट्रवाद की भावना को आगे ले जाते हुए विकसित भारत के निर्माण के लिए विकसित राजस्थान के सपने को साकार करेगी।
शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा रामलला के दर्शन के लिए 1 फरवरी, 2024 से जयपुर से अयोध्या के लिए विशेष विमान सेवा प्रारंभ की गई है। साथ ही, वरिष्ठ नागरिक तीर्थ योजना के अंतर्गत 3 हजार तीर्थयात्रियों को यात्रा करवायी जा रही है। उन्होंने कहा कि राजस्थान के 7 संभाग मुख्यालयों जयपुर, भरतपुर, बीकानेर जोधपुर, उदयपुर, कोटा तथा अजमेर में श्रीरामलला के दर्शन के लिए राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम की बस सेवा भी शुरू की गई है।
कार्यक्रम में कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा, संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल, मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग, राजस्थान धरोहर प्राधिकरण के अध्यक्ष ओंकार सिंह लखावत, सांसद राजेन्द्र गहलोत तथा विभिन्न राज्यों से लोकतंत्र सेनानी उपस्थित रहे।
हिन्दुस्थान समाचार/ इंदु/ईश्वर
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