जेडीए की एक दर्जन से अधिक कॉलोनियां विकास से दूर
जयपुर, 11 फ़रवरी (हि.स.)। जेडीए के पास शहर के विकास का जिम्मा है, लेकिन शहर को दूर जेडीए स्वयं द्वारा लाई गई योजनाओं का विकास भी नहीं करवा पा रहा है। शहर में पिछले 10 साल में अलग-अलग हिस्सों में काटी गई कॉलोनियां मूलभूत सुविधाओं से दूर है। खास बात यह है कि जेडीए प्राइवेट कॉलोनाइजर पर कॉलोनी का विकास नहीं करवाने पर उसके खिलाफ कार्रवाई करता है साथ उनसे रहन रखे गए भूखंडों की नीलामी तक कर देता है। अब सवाल यह उठता है कि जब जेडीए ही प्राइवेट कॉलोनाइजर जैसा काम करें तो उसके खिलाफ कार्रवाई कौन करें।
प्राप्त जानकारी के अनुसार जेडीए ने लोगों को अपना आवास का सपना दिखा कर शहर से दूर-दराज इलाकों में सरकारी जमीनों पर कॉलोनियां तो बसा दी, लेकिन इनका विकास मौके पर कम और फाइलों में ज्यादा हुआ है। कई कॉलोनियों में तो इंजीनियरों व अधिकारियों ने भूखंडों का सीमांकन अभी तक नहीं किया है। जेडीए की क्वालिटी कंट्रोल विंग ने भी यहां सैंपलों की जांच पर सख्ती नहीं की है। इन कॉलोनियों में बिना ट्रैफिक चले ही सड़कें टूट गई है। पिछले 10-12 साल में जेडीए करीब एक दर्जन से अधिक आवासीय योजनाएं लेकर आया है। लेकिन इन सभी कॉलोनियों की बात करें तो सड़कों के अलावा अन्य मूलभूत सुविधाओं का इनमें विकास नहीं करवाया गया है। कुछ कॉलोनियां तो ऐसी है जहां पर कच्ची सड़कों के अलावा कुछ भी नहीं है। ये सभी कॉलोनियों शहर के दूर-दराज इलाकों में है। हालांकि इनमें से आधा दर्जन से अधिक कॉलोनियों में अच्छी खासी बसावट हो चुकी है। मूलभूत सुविधाओं में बिजली, पानी, सीवरेज और ड्रेनेज से है। जेडीए अधिकारियों का कहना है कि इसकी वजह इन आवासीय कॉलोनियों के भूखंड तो बिक चुके है,लेकिन वहां पर निवास के नाम पर एक तो ही मकान बने है। इसके अलावा जहां पर बिना बसावट के सुविधाओं का विकास करवाया गया, वहां पर उनकी चोरी हो गई। इसके अलावा कई कॉलोनियों के हाल तो यह है कि वहां पर मिट्टी माफियाओं द्वारा गहरे गड्ढे कर दिए गए है। जेडीए इन माफियाओं पर भी लगाम नहीं लगा पा रहा है।
इन कॉलोनियों को विकास की जरुरत
रिंग प्रोजेक्ट कोरीडोर, फागी रोड पर अचरावाला में आदित्य विहार, बी टू बाइपास पर मेट्रो एनक्लेव, भांकरोटा पुलिया के पास वेस्ट वे हाइट्स, पृथ्वीराज नगर, अनुपम विहार, निलय कुंज, निलय कुंज विस्तार, जोन-12 में शौर्य नगर नगर , कल्पना नगर, रघुनाथ विहार,आनंद नगर, हिम्मतपुरा, आनंद विहार, हरित विहार, सूर्य नगर, रोहिणी नगर प्रथम, द्वितिय और तृतीय, संकल्प नगर, हरि एनक्लेव, बगरूग्रींस आवासीय योजना, आनंद लोक,अवंतिका विहार, बेगस स्थित पन्नाधाय नगर सहित अन्य कॉलोनियों के बाशिंदे विकास की मांग कर रहे हैं।
डवलपमेंट के नाम पर जेडीए पहले ही भर लेता है जेब
जेडीए आवासीय कॉलोनी काटने के बाद भूखंड आंवटन के साथ ही लोगों से डवलपमेंट शुल्क सहित अन्य राशि ले लेता है। डवलपमेंट शुल्क सहित अन्य राशि से जेडीए उस समय अपना खजाना तो भर लेता है, लेकिन जब उन कॉलोनियों के डवलपमेंट की बात आती है तो जेडीए उन ध्यान नहीं देता है। इन कॉलोनियों के डवलपमेंट को लेकर कई बार स्थानीय लोग धरना प्रदर्शन तक कर चुके है।
जेडीसी मंजू राजपाल ने बताया कि शहर के विकास को लेकर नए सिरे से योजना बनाई जाएगी, जिन कॉलोनियों में लोग रहने लगे है वहां पर बिजली, पानी सहित अन्य सुविधाओं का विकास किया जा रहा है।
हिन्दुस्थान समाचार/ राजेश मीणा/ईश्वर
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