मचकुंड मेला शुरू, ऋषि पंचमी की कथा सुनी
धौलपुर , 20 सितंबर (हि.स.)। पूर्वी राजस्थान के प्रमुख तीर्थराज मचकुंड का लक्खी मेला बुधवार को शुरू हो गया। दो दिन तक चलने वाले मेले में आज पहले दिन संत एवं महंतों ने पर्व स्नान किया। आज ही श्रद्वालु महिलाओं ने मचकुंड सरोवर के मंदिरों में पूजा अर्चना कर ऋषि पंचमी की कथा सुनकर पुण्य लाभ अजित किया। इसी क्रम में गुरुवार को देवछठ के मौके पर पर्व स्नान होगा। मचकुंड मेले में आने वाले श्रद्वालुओं के लिए प्रशासन,पुलिस और नगर परिषद की ओर से खास इंतजाम किए गए हैं।
पूर्वी राजस्थान के प्रसिद्व मचकुंड मेले के पहले दिन ऋषि पंचमी के मौके पर आज संत एवं महंतों ने स्नान किया। उधर,ऋषि पंचमी के मौके पर श्रद्वालु सरोवर क्षेत्र पंहुचे तथा वहां पर बने अपने पूर्वजों के चबूतरों पर पूजा अर्चना की। श्रद्वालु महिलाओं ने मचकुंड सरोवर में स्नान कर ऋषि पंचमी की कथा भी सुनी। इसके बाद में संतों को भोजन करा दान पुण्य किया। मचकुंड मेले में गुरूवार को देवछठ के मौके पर श्रद्वालु पर्व स्नान कर मौहर और मौहरियों को जल में विसर्जित करेंगे। मचकुंड मेले में सबसे ज्यादा श्रद्वालु मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश से आते हैं,जिनके पंहुचने का क्रम देर रात तक जारी रहा। श्रद्वालु रात को सरोवर क्षेत्र में विश्राम के बाद में गुरूवार तडके पर्व स्नान करेंगे। मचकुंड मेले के लिए पुलिस,प्रशासन और नगर परिषद की ओर से सभी इंतजाम किए गए हैं। सरोवर में श्रद्वालुओं के डूबने जैसी संभावित दुर्घटना की रोकथाम के लिए गोताखोर और नावों की व्यवस्था की गई है। वहीं,पूरे मेला परिसर में सीसीटीवी कैमरे लगाकर नजर रखी जा रही है। आज दिन में पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने मेला क्षेत्र का दौरा कर व्यवस्थाओं का जायजा भी लिया।
हिन्दुस्थान समाचार/ प्रदीप/ईश्वर

