आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के मामले में कारगर साबित हो रहा है 'सी-विजिल' एप

आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के मामले में कारगर साबित हो रहा है 'सी-विजिल' एप
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आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के मामले में कारगर साबित हो रहा है 'सी-विजिल' एप


जयपुर, 29 मार्च (हि.स.)। लोकसभा आम चुनाव-2024 में आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन पर कड़ी निगरानी रखने के लिए भारत निर्वाचन आयोग द्वारा बनाए ‘सी-विजिल‘ एप शिकायतों के समाधान का बेहतरीन जरिया बनता जा रहा है। एप के माध्यम से प्राप्त शिकायतों पर रिकॉर्ड समय में कार्रवाई हो रही है।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने बताया कि आदर्श आचार संहिता लागू होने से अब तक प्रदेशभर में 2124 शिकायतें दर्ज की गयी है। इनमें से 752 शिकायतों का तय समय में निस्तारण कर दिया गया। उन्होंने बताया कि अब तक प्राप्त 2124 शिकायतों में से 752 शिकायतों का रिटर्निंग ऑफिसर्स ने सही पाया और उनका तय समय सीमा में निस्तारण किया गया। 3 शिकायतें अभी जांच दलों और रिटर्निंग ऑफिसर्स के द्वारा निर्णय के लिए लंबित हैं। 1138 शिकायतें डीसीसी द्वारा ड्रॉप कर दी गयी।

टोंक जिले में सबसे ज्यादा शिकायतें

गुप्ता ने कहा कि सी विजिल पर आदर्श आचार संहिता की सबसे ज्यादा 280 शिकायतें टोंक जिले से प्राप्त हुईं। इनमें से 218 शिकायतें सही पायी गयी और इन सभी शिकायतों का तय समय में निस्तारण कर दिया गया। इस एप के माध्यम से अधिकतम सौ मिनट की समय सीमा में प्राप्त शिकायतों का समाधान किया जाता है। शिकायतों के निस्तारण के लिए टोंक जिले ने औसत 6 मिनट 15 सैंकड़ का समय लिया। इसी तरह दौसा जिले में 7 मिनट 57 सैंकड़ जबकि बाड़मेर जिले में सबसे कम 2 मिनट 58 सैंकड़ की औसत से 15 शिकायतों का समाधान किया।

गुप्ता ने बताया कि अवैध पोस्टर- बैनर की सबसे ज्यादा 859 शिकायतें दर्ज की गयी है, इनमें 612 शिकायतें सही पायी जिन पर तुरंत कार्रवाई कर दी गयी। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि अब तक आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायतों पर पर्याप्त सबूतों के अभाव में कड़ी कार्रवाई से बच जाते थे। शिकायत के सत्यापन में तस्वीर या वीडियो के रूप में दस्तावेजी साक्ष्य की कमी भी बाधा थी। नया एप इन सभी खाइयों को पाटने का काम कर रहा है।

‘सी-विजिल‘ किसी भी व्यक्ति को आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन की रिपोर्ट करने की अनुमति देता है। आमजन इस एप का इस्तेमाल करके कदाचार की घटना की जानकारी भेज सकता है। सौ मिनट की समय सीमा में अधिकारीगण समस्या का निस्तारण करेंगे। इस एप की सबसे खास बात यह है कि शिकायतकर्ता की पहचान गोपनीय रखी जाने का भी विकल्प है। कोई भी व्यक्ति एन्ड्रॉयड आधारित ‘सी-विजिल’ एप को गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड कर सकता है।

हिन्दुस्थान समाचार/ इंदु/ईश्वर

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