किसान साथी एप से घर बैठे ही सिंचाई जल की उपलब्धता की मिलेगी जानकारी -जल संसाधन मंत्री
जयपुर, 14 अगस्त (हि.स.)। प्रथम राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस, 23 अगस्त के उपलक्ष में बुधवार को जयपुर स्थित राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर में जल संसाधन विभाग, राजस्थान और जल शक्ति मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा ‘टचिंग लाइव्ज व्हाइल टचिंग द मून- इंडियाज स्पेस सागा’ थीम पर एक दिवसीय रन अप सम्मेलन का आयोजन किया गया। सम्मेलन के मुख्य अतिथि जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत एवं विशिष्ट अतिथि अतिरिक्त मुख्य सचिव जल संसाधन अभय कुमार ने इस अवसर पर पार्वती बांध, धौलपुर के कमांड क्षेत्र के काश्तकारों के लिए तैयार किए गए किसान साथी एप का लोकार्पण किया।
सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत ने कहा कि किसान साथी एप पार्वती बांध के कैचमेंट एरिया के किसानों को पानी की उपलब्धता और आपूर्ति के बारे में विश्वसनीय जानकारी प्रदान करेगा। इससे पार्वती सिंचाई परियोजना के 786 वर्ग किलोमीटर कमांड क्षेत्र के 132 गांव के लगभग 72 हजार किसान लाभान्वित होंगे। उन्होंने कहा कि अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के माध्यम से इस एप द्वारा किसानों को घर बैठे ही जल की उपलब्धता की जानकारी मिल सकेगी और इससे सिंचाई जल के समुचित उपयोग को बढ़ावा मिलेगा। प्रदेश के सभी बांधों को किसान साथी एप के माध्यम से जोड़ने का प्रयास किया जाएगा, जिससे प्रदेश के सभी किसान लाभान्वित हो सकेंगे। उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा नवाचार करते हुए मार्च माह में बड़े बांधों और नहरों के डिजिटलीकरण के लिए डैशबोर्ड का लोकार्पण भी किया गया था।
रावत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताते हुए कहा कि चंद्रयान-3 की चंद्रमा पर सफल लैंडिंग के दिन को राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस के रूप में मनाए जाने के प्रधानमंत्री के फैसले से भावी पीढ़ी इस दिन को सदैव याद रखेगी और प्रेरणा प्राप्त करेगी। उन्होंने कहा कि इसरो के वैज्ञानिकों के अथक परिश्रम और प्रयासों से चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर चंद्रयान पहुंचाने वाला विश्व का पहला देश भारत है और यह हमारे लिए गौरव की बात है।
अतिरिक्त मुख्य सचिव जल संसाधन अभय कुमार ने कहा कि स्पेस टेक्नोलॉजी के उपयोग से भूजल एवं सतही जल के अधिकतम उपयोग को बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के माध्यम से किसान साथी एप के जरिए किसानों और जल संसाधन विभाग के बीच एक प्रभावी संचार लिंक स्थापित किया गया है। इस ऐप के जरिए किसानों से ली गई फसल क्षेत्र की जानकारी के माध्यम से पानी की मांग और अंतर का निर्धारण किया जा सकेगा। साथ ही किसानों को सिंचाई संबंधित शिकायत निवारण करने की सुविधा भी मिलेगी।
सम्मेलन में जल संसाधन विभाग द्वारा जयपुर शहर के विभिन्न विद्यालयों एवं महाविद्यालयों में आयोजित की गई क्विज एवं पेंटिंग प्रतियोगिता के जूनियर एवं सीनियर वर्ग के विजेताओं को भी पुरस्कृत किया गया। इस दौरान जल संसाधन मंत्री ने स्पेस टेक्नोलॉजी एवं जल संसाधन के क्षेत्र में किए जा रहे नवाचारों पर आधारित प्रदर्शनी का उद्घाटन भी किया। प्रदर्शनी में लगाई गई पुरस्कृत विजेताओं की पेंटिंग्स को श्री रावत ने सराहा
किसान साथी एप: धौलपुर, बाड़ी एवं बसेड़ी विधानसभा क्षेत्र के 132 गांव के 72 हजार किसान लाभान्वित होंगे
राष्ट्रीय जल विज्ञान परियोजना के तहत राष्ट्रीय जल विज्ञान संस्थान रूड़की के सहयोग से विकसित किया गया किसान साथी मोबाइल एप धौलपुर के पार्वती सिंचाई परियोजना के लगभग 786 वर्ग किलोमीटर कमांड क्षेत्र के किसानों को लाभान्वित करेगा। इससे धौलपुर, बाड़ी एवं बसेड़ी विधानसभा क्षेत्र के 132 गांव के 72 हजार किसान लाभान्वित होंगे। पायलट प्रोजेक्ट के रूप में चयनित किए गए पार्वती बांध कमांड क्षेत्र के किसानों को इस एप के जरिए स्वामित्व विवरण के साथ फसल की जानकारी प्राप्त होगी। कृषक जियो टैग किए गए साक्ष्य के साथ पानी की चोरी, नहर संबंधी मुद्दों की जानकारी जल संसाधन विभाग को रिपोर्ट कर सकेंगे। वहीं मंडी भाव की जानकारी और मौसम की जानकारी भी इस ऐप के जरिए लाइव प्राप्त की जा सकेगी। बांध और नहर में जल की स्थिति भी ऐप पर उपलब्ध होगी।
इस एप के माध्यम से संसाधनों के अधिकतम उपयोग के लिए जल उपयोगकर्ता संघ को पार्वती बांध से पानी की उपलब्धता और आपूर्ति की सही और सटीक जानकारी मिलेगी। किसानों से फसल क्षेत्र की जानकारी लेकर पानी की मांग और अंतर का निर्धारण किया जाएगा। साथ ही कमांड क्षेत्र के किसानों को सिंचाई संबंधित शिकायत निवारण की सुविधा भी मिलेगी।
हिन्दुस्थान समाचार / संदीप / ईश्वर
हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्वाइन करने के लिये यहां क्लिक करें, साथ ही लेटेस्ट हिन्दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लिये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लिये यहां क्लिक करें।