कन्हैया हत्याकाण्ड कांग्रेस की तुष्टीकरण की नीति का परिणाम- लहर सिंह सिरोया
उदयपुर, 07 नवम्बर (हि.स.)। वरिष्ठ भाजपा नेता एवं कर्नाटक से राज्यसभा सांसद लहर सिंह सिरोया ने उदयपुर में हुए कन्हैयालाल हत्याकाण्ड को पूरी तरह राजस्थान सरकार की तुष्टीकरण की नीति का परिणाम बताते हुए कहा है कि सरकार की इसी नीति के कारण पुलिस ने प्रार्थी की शिकायत के बावजूद कार्रवाई नहीं की, और एक कन्हैया की हत्या हो गई।
सिरोया ने मंगलवार को उदयपुर में भाजपा मीडिया सेंटर में पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि उदयपुर में घटित कन्हैया लाल हत्याकांड का प्रभाव दक्षिणी भारत में भी हुआ है, लोग अभी भी स्तब्ध हैं। राजस्थान में कानून-व्यवस्था की स्थिति भी जगजाहिर है। मुख्यमंत्री कुर्सी बचाने में ही व्यस्त रहे, आम जनता की सुरक्षा का ख्याल उन्हें नहीं रहा।
सिरोया ने कहा कि कर्नाटक की जनता कांग्रेस की गारंटियों से परेशान है। यहां तक कि कांग्रेस के विधायक भी इन गारंटियों का विरोध कर रहे हैं, क्योंकि सरकार का फंड इसी में खत्म हो जाएगा, वहां सरकार अस्थिर है। कांग्रेस के नेता मुख्यमंत्री के लिए लड़ रहे हैं जिसमें कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के पुत्र भी प्रबल दावेदार हैं। डीके शिवकुमार भी मुख्यमंत्री की कुर्सी पर निगाह करके बैठे हैं। कर्नाटक सरकार कभी भी गिर सकती है।
राजस्थान की जनता से अपील करते हुए उन्होंने कहा कि इनके झांसे में नहीं आएं। मुफ्त की रेवड़ियां बांट कर जनता को लालच देकर वोट खरीदना चाहते हैं, पर राजस्थान की जनता सयानी है, अब इनके झांसे में आने वाले नहीं।
हिन्दुस्थान समाचार/सुनीता कौशल/ईश्वर
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